साधना के विषय में साधकों का मार्गदर्शन कर उन्हें साधना के अगले स्तर पर ले जानेवाला परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का चैतन्यदायी सत्संग !

जब हमारे द्वारा की जा रही साधना से हमें आनंद मिलने लगता है, तभी हमारे साधना के प्रयास आरंभ होते हैं। साधना के आरंभ में आनंद नहीं मिलता। १०-१५ वर्ष के उपरांत आनंद की अनुभूति होनी लगती है। उसके उपरांत कोई साधना नहीं छोडता।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संगठित प्रयत्न आवश्यक ! – विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री, छत्तीसगढ

रे विश्व के यहूदियों ने संकल्प कर एक इजरायल का निर्माण किया, उसी तरह हिन्दू भी अपना संकल्प कभी नहीं भूलते । आज श्रीराम मंदिर साकार हुआ है । अगला संकल्प भी निश्चित ही पूरा होगा । इसके लिए हमें सतत संघर्षरत रहना होगा ।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संगठित प्रयासों की आवश्यकता ! – विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री, छत्तीसगढ

रायपुर में एक दिवसीय छत्तीसगढ हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन !
‘हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति’ की की गई स्थापना !