Rajeev Dhavan : हम धीरे-धीरे हिन्दू राष्ट्र की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं ! – मुस्लिम पक्षकारों के अधिवक्ता राजीव धवन

श्रीराम जन्मभूमि प्रकरण में मुस्लिम पक्षकारों के अधिवक्ता राजीव धवन का हिन्दू द्वेषी वक्तव्य !

अधिवक्ता राजीव धवन

नई देहली – श्री राम जन्मभूमि प्रकरण में न्यायालय में सुन्नी वक्फ बोर्ड तथा अन्य मुस्लिम समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन का एक अंग्रेजी समाचार वाहिनी को दिया गया साक्षात्कार अभी-अभी  प्रकाशित हुआ है । उन्होंने कहा कि मंदिर के विरुद्ध कोई नहीं है; किन्तु हम इसके राजनीतिकरण के विरुद्ध हैं । हम धीरे-धीरे हिन्दू राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं ।’

यह संविधान के विरुद्ध है तथ राजनीतिकरण भारत की विविधता को अनदेखा करता है ! – धवन

धवन ने आगे कहा कि ये हमारे संविधान के विरुद्ध है । हमारा विविधतापूर्ण राष्ट्र है; किन्तु इस प्रकार का राजनीतिकरण, इस विविधता को अनदेखा करता है। मंदिर के कार्य में सरकार ने आर्थिक सहायता प्रदान की । नृपेंद्र मिश्र एक सरकारी अधिकारी थे। उन्हें श्रीराम मंदिर निर्माण का प्रमुख बनाया गया ।

संपादकीय भूमिका 

वर्ष १९७६ में आपातकाल के समय कांग्रेस ने संविधान में ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द डाला। ये संविधान की मूल भावना के विरुद्ध था । धवन इसका विरोध क्यों नहीं कर रहे ?

‘जय श्री राम’ नारे को शस्त्र जैसा उपयोग करने का आरोप !

धवन ने आगे कहा कि ‘जय श्री राम’ के नारे को शस्त्र जैसा क्यों उपयोग किया जा रहा है ? जब भी मैं तर्क के लिए न्यायालय में प्रवेश करता था तब ‘जय श्री राम’ के नारे लगते थे । न्यायालय में सुरक्षा कर्मियों ने मुझे आक्रमण से बचाया । मैं पुन:पुन: वही बात नहीं कहना चाहता । ‘जय श्री राम’ की घोषणा से किसी को कोई आपत्ति नहीं है; किन्तु उसे शस्त्र के रूप में क्यों उपयोग करें ? (हिन्दू ‘जय श्री राम’ के माध्यम से अपनी स्वाभाविक धर्मपरायणता व्यक्त करते हैं । यह एक अधिवक्ता का वैचारिक अनुसरण को दर्शाता है जो ‘अल्लाहु अकबर’ (अल्लाह महान है) कहकर विश्व भर में हिंसा करने वालों का बचाव करता है ! -संपादक)

संपादकीय भूमिका 

  • यदि हां, तो अधिवक्ता धवन के पेट में दर्द क्यों होता है ? क्या वे चाहते हैं कि भारत इस्लामिस्तान बन जाए ?
  • प्रभु श्री राम की कृपा से धवन की बात शीघ्र ही सत्य होगी !