हिन्दुओं की एवं हिन्दू धर्म की दुर्दशा के कारण तथा उसके उपाय !

दिन-प्रतिदिन बहुसंख्यक हिन्दुओं एवं हिन्दू धर्म की अत्यधिक हानि हो रही है ।’ निम्नांकित लेख में उनके कारण एवं उस पर ध्यान में आए उपायों का विवेचन किया है ।

फल-ज्योतिषशास्त्र के मूलभूत घटक : ग्रह, राशि एवं कुंडली के स्थान

फल-ज्योतिषशास्त्र ग्रह, राशि एवं कुंडली के स्थान, इन ३ मूलभूत घटकों पर आधारित है । इन ३ घटकों से भविष्य का निर्धारण करना संभव होता है । इन ३ घटकों को संक्षेप में इस लेख द्वारा समझ लेते हैं ।     

वरिष्ठ नागरिक अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें ?

आयुर्वेद में बच्चों से लेकर बडों तक सभी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखना चाहिए, इस विषय में प्राथमिक मार्गदर्शन किया गया है । यदि हम उन नियमों का पालन करेंगे, तो हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा ।

घातक संभाव्य महामारी ‘डिसीज एक्स’ पर उपचार हेतु किया जानेवाला नामजप

‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने दावा किया है कि पूरे जगत में ‘कोरोना’ महामारी से भी ७ गुना घातक ‘डिसीज एक्स’ नामक महामारी आनेवाली है और इससे विश्व के ५ करोड लोग अपने प्राण गंवा सकते हैं । यह महामारी पूरे विश्व में कभी भी आतंक मचा सकती है ।

नवदुर्गा

किसी भी देवता के विषय में अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी  ज्ञात होने पर उनके विषय में श्रद्धा वृद्धिंगत होने में सहायता होती है । यही बात ध्यान में रखकर नवरात्रि के निमित्त शक्तिपूजकों के लिए एवं शक्ति की सांप्रदायिक साधना करनेवालों के लिए इस लेख में देवी के विषय में अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी दे रहे है ।

संत एकनाथ महाराज द्वारा बताई निजात्मपूजा (आत्मपूजा) तथा उस दृष्टि से विजयादशमी की महिमा !

दशहरा का अर्थ है साधना के द्वारा इंद्रियनिग्रह कर स्वयं पर विजय प्राप्त करना !

अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन एवं उपासना

श्रीराम की विशेषताएं क्या हैैं ?, रामायण के कुछ प्रसंगों का भावार्थ क्या है ? इन प्रश्नोंके उत्तर पाने के लिए अवश्य पढिये : ‘श्रीराम (लघुग्रन्थ)’

हिन्दुओ, शक्तिदायी विजयादशमी कैसे मनाओगे ?

इस दिन राजा, सामन्त एवं सरदार, अपने शस्त्रों-उपकरणों को स्वच्छ कर एवं पंक्ति में रखकर उनकी पूजा करते हैं । उसी प्रकार किसान एवं कारीगर अपने (कृषि हेतु उपयुक्त) उपकरणों एवं शस्त्रों की पूजा करते हैं । लेखनी व पुस्तक, विद्यार्थियों के शस्त्र ही हैं, इसलिए विद्यार्थी उनका पूजन करते हैं ।

कोजागरी पूर्णिमा

कोजागरी पूर्णिमा की रात को लक्ष्मी तथा इंद्र की पूजा की जाती है । कोजागरी पूर्णिमा की कथा इस प्रकार है कि बीच रात्रि में लक्ष्मी पृथ्वी पर आकर जो जागृत है, उसे धन, अनाज तथा समृद्धि प्रदान करती है ।

निरपेक्ष भाव से गंगा माता का रक्षा कार्य करनेवाले प्रयागराज के अधिवक्ता अरुण कुमार गुप्ता ने प्राप्त किया ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

गंगा माता की रक्षा के लिए विरोधियों की धमकियों से न डरकर निःस्वार्थ भाव से अखंड कार्य करनेवाले प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के अधिवक्ता अरुण कुमार गुप्ता ने ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया ।