
नई दिल्ली – अगर वक्फ संशोधन विधेयक राज्यसभा में पारित हो जाता है तो पर्सनल लॉ बोर्ड न्यायालय में जाकर विधेयक को चुनौती देगा। लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा, “हमें आशा है कि हमें न्याय मिलेगा क्योंकि हमारा पक्ष संवैधानिक तथ्यों पर आधारित है।”
मौलाना महली ने आगे कहा कि मुसलमानों को यह आशा थी कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी इस बिल का विरोध करेगी; लेकिन ऐसा नहीं हुआ।अच्छा होता कि सभी दल इस विधेयक का पूरी तरह विरोध करते और ठोस तथ्यों के साथ इसका विरोध करते।
संपादकीय भूमिकाहर किसी को न्यायालय जाने का अधिकार है, परन्तु अगर न्यायालय का न्याय उनके विपरीत गया तो क्या मुसलमान इसे स्वीकार करेंगे ? बार-बार देखने में आया है कि श्री राम जन्मभूमि पर निर्णय उनके विरुद्ध जाने के बाद भी वे उसे पूरे मन से स्वीकार नहीं करते हैं। |