Terrorist Saifullah Kasuri : (कथित) ‘भारत ने ही हमले की साजिश रचकर पाकिस्तान को उत्तरदायी ठहराया है ।’ – आतंकवादी सैफुल्ला कसुरी

पाकिस्तान पिछले ३५ वर्षों से भारत में आतंकवादी गतिविधियाँ कर रहा है; लेकिन उसने आज तक किसी भी हमले की जिम्मेदारी कभी स्वीकार नहीं की है। इसलिए अगर वह अब भी यही कह रहा है, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है ।

Jaishankar Hits Back To Yunus : बंगाल की खाडी में भारत की तटरेखा ६,५०० किलोमीटर लम्बी है !

भारत को बांग्लादेश से केवल शब्दों के माध्यम से बात नहीं करनी चाहिए, परंतु उसे उसकी जगह दिखाने और देश और हिन्दुओं की रक्षा करने के लिए व्यावहारिक कार्रवाई भी करनी चाहिए !

India On Chinese Illegal Occupation : भारत ने कभी भी भारतीय क्षेत्र पर चीन के अवैध नियंत्रण को स्वीकार नहीं किया है ! – भारत सरकार

भारत को केवल इतना ही नहीं कहना चाहिए, परंतु जनता को यह बताकर आश्वस्त भी करना चाहिए कि वह नियंत्रण हटाने के लिए क्या प्रयास करेगा और कब करेगा !

China’s Giant Radar System : चीन ने म्यांमार सीमा के पास स्थापित की विशाल रडार प्रणाली : भारत के लिए संकट

भारत को अब प्रत्येक क्षेत्र में और रक्षा क्षेत्र में भी पहले से अधिक तैयार और सतर्क रहना पड़ेगा !

Trump Broadcasts Canada US Map : डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राज्य अमेरिका के हिस्से के रूप में कनाडा का नक्शा किया सोशल मीडिया पर पोस्ट !

कनाडा के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ट्रूडो और अन्य नेताओं ने ट्रंप के विचार को सिरे से खारिज कर दिया है । ट्रूडो ने कहा है कि ‘कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं बन सकता ।’

Canada Police Officer Suspended : कनाडा में मन्दिर पर हमला मामले में सिख पुलिस अधिकारी निलम्बित

इससे पता चलता है कि चूंकि कनाडाई पुलिस बल खालिस्तान समर्थकों से भरा हुआ है, इसलिए वे खालिस्तानियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के स्थान पर उन्हें हिंदुओं को पीटने की आजादी दे रहे हैं !

China Border Dispute : भारत और चीन आपसी विश्वास निर्माण होने में समय लगेगा !

भारत और चीन कभी भी आपसी विश्वास निर्माण नहीं कर सकते; क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती। चीन के इतिहास एवं उसकी मानसिकता की यही वास्तविकता है। इसलिए भारत को चीन से सदैव सतर्क रह कर संबंध बनाने चाहिए!

प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा पर गश्त को लेकर भारत और चीन के बीच समझौता !

भारत और चीन गश्त फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। २२ और २३ अक्टूबर को रूस में होने वाले १६ वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से पहले इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

S Jaishankar QUAD Meeting : जब तक चीन का दृष्टिकोण नहीं बदलेगा, दोनों देशों के संबंध नहीं सुधरेंगे !

विदेश मंत्री डाॅ. एस. जयशंकर ने चीन से कहा !

S Jaishankar : विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से भेंट की

सीमा विवाद सुलझाने के प्रयास तेज करने पर दोनो सहमत हुए