साम्यवादी छात्र संगठन ने जेएनयू में छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाने का किया विरोध !
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनादर !
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनादर !
अमेरिका में कैलिफोर्निया के सेन्ट जान्स उद्यान से छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले की चोरी होने की घटना हुई है । इस पुतले को काटकर चोरी किया गया है । पुलिस इस घटना की जांच कर रही है ।
‘केवल गोहत्याबंदी कानून करना पर्याप्त नहीं है, अपितु देश में गोपालक राज्यकर्ता होना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है ।’ ऐसे राज्यकर्ता मिलने के लिए धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र नहीं, अपितु धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
मुगलों ने हिन्दुओं पर जो अत्याचार किए, उसका इतिहास विद्यालयीन पाठ्यक्रम में सिखाया जाना चाहिए । छत्रपति शिवाजी महाराज ने किस प्रकार से अफजल खान का वध किया और शाहिस्ते खान की उंगलियां काट दीं, यह हिन्दुओं के पराक्रम का इतिहास युवा पीढी को सिखाया जाना चाहिए ।
जब मैं गोवा से लौट रहा था, तो मेरे मन में एक विचार आया कि भविष्य में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए गोवा का महत्त्व बहुत अधिक होगा; क्योंकि यदि हम छत्रपति शिवाजी महाराज के समय को देखें तो पाएंगे कि उन्होंने इतना बडा साम्राज्य खडा किया था; परंतु इसका आरंभ एक छोटी सी जगह से हुआ था ।
हमारे राष्ट्र के तेजस्वी इतिहास और श्रेष्ठतम संस्कृति को हम समझ लेंगे, तो हममें हमारे राष्ट्र के प्रति अभिमान जागृत होगा । राष्ट्र के प्रति अभिमान होगा, मन में राष्ट्रप्रेम होगा, तो राष्ट्र के प्रतीकों के प्रति भी हमारे मन में आदर रहेगा ।
आज पूरे विश्व में सबसे अधिक युवा हमारे भारत में हैं और युवा ही क्रांति कर सकते हैं । क्रांति के लिए जो आध्यात्मिक बल चाहिए, उसके लिए युवाओं को छत्रपति शिवाजी महाराज से आदर्श लेकर साधना व धर्मानुसार आचरण करना आवश्यक है ।
छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अपमान करने का साहस भाजपा के राज्य में होता है, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! सरकार का धर्मांधों पर और समाज विघातियों पर अंकुश होना चाहिए !
आप कभी भी मुझसे मिलने आ सकते हैं, पुन: पुन: आइये ! – बाबासाहब पुरंदरे का समिति के कार्यर्ताओं को निमंत्रण