(और इनकी सुनिए…) ‘माता सीता इतनी सुंदर थीं कि राम एवं रावण दोनों उनके पीछे पागल थे !’ – कांग्रेस के नेता राजेंद्र सिंह गुढा
क्या राजेंद्र सिंह गुढा कभी मुहम्मद पैगंबर अथवा ईसा मसीह के विरुद्ध ऐसा वक्तव्य देने का साहस कर सकते हैं ?
क्या राजेंद्र सिंह गुढा कभी मुहम्मद पैगंबर अथवा ईसा मसीह के विरुद्ध ऐसा वक्तव्य देने का साहस कर सकते हैं ?
यदि किसी ने मुहम्मद पैगंबर का अनादर किया होता, तो मुस्लिमों ने उसका सर धड से अलग करने की घोषणा कर दी होती; परंतु हिन्दू कानून के अनुसार कार्य करते हैं, अत: कभी भी ऐसी घोषणाएं नहीं करते, क्या धर्म-निरपेक्षतावादी एवं आधुनिकतावादी इसे ध्यान में लेंगे ?
धर्मनिरपेक्ष शिक्षा पद्धति के कारण हिन्दु बहुसंख्यक देश में शिक्षकों द्वारा ‘जय श्रीराम’ का विरोध किया जाता है, जबकि उसी वर्ग की ‘हिजाब’ परिधान की हुई मुसलमान छात्राओं को छूट दी जाती है ! ऐसे शिक्षक पर पाठशाला प्रशासन को कठोर कार्रवाई करना अपेक्षित है !
बंगाल की ‘हिन्दू समाज पार्टी’ की ओर से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को पत्र भेजकर विरोध
सूरज पाल अम्मू ने आगे कहा, ‘यदि निर्माताओं में साहस है, तो मुहम्मद पैगंबर एवं सिक्खों के गुरु पर ऐसी फिल्म निर्माण कर दिखाएं । तब उनको मुंहतोड प्रत्युत्तर (जवाब) मिलेगा ।’
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार रहते हुए ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए, हिन्दुओं को ऐसा ही प्रतीत होता है !
मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है तथा प्रथम चरण पूर्ण होने के उपरांत भक्तगण मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे । प्रथम चरण में तल के अन्य कामों के सिवाय ५ मंडपों का निर्माणकार्य पूर्ण किया जाएगा ।
श्रीराम का अस्तित्व नकारने वाले कांग्रेसियों को चुनाव के समय भगवान श्रीराम याद आ रहे हैं । ध्यान रहे ! ऐसे राजकीय हिन्दुओं को हिन्दू भली-भांति पहचानते हैं और इसमें संदेह नहीं है कि वे उनका स्थान दिखा देंगे !
हिन्दुओं को प्रभु श्रीराम के नाम की शक्ति मिले, उनका आशीर्वाद मिले, इस उद्देश्य से रामनाम संकीर्तन आयोजित किया गया ।
यहां के विनोदी कलाकार यश राठी ने भगवान श्रीराम के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की है; इसलिए उनके विरुद्ध पुलिस थाने में परिवाद दर्ज कराया गया है ।