Uday Samant on Chhaava Controversy : ‘छावा’ चलचित्र से छत्रपति संभाजी महाराज का अनादर करनेवाला दृश्य हटाया ! – मंत्री एवं शिवसेना नेता उदय सामंत
इतिहासप्रेमियों के विरोध का परिणाम !
इतिहासप्रेमियों के विरोध का परिणाम !
इससे एक बार फिर सिद्ध होता है कि हिन्दू धर्म, धर्मग्रंथों एवं देवी-देवताओं का अपमान करने वाली फिल्में बनाने तथा प्रसारित करने के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है !
हिन्दू अतिसहिष्णु होने के कारण हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हों, ऐसी ही फिल्में बनाई जा रही है । हिन्दुओं को संगठित होकर इसका विरोध करना आवश्यक !
चलचित्र को प्रमाणपत्र देते समय केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल को क्या यह दिखाई नहीं देता ? या घूस लेकर प्रमाणपत्र दिए जाते हैं ?’, क्या ऐसा समझें कि मंडलपर किए जानेवाले ऐसे आरोपों में तथ्य है ?
राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अक्षय कुमार का पुतला जलाया । यह चित्रपट प्रदर्शित करने वाले चित्रपटगृहों के सामने आंदोलन करने की चेतावनी भी हिन्दू संगठन ने दी है ।
देवताओं का मानवीकरण कर उनका अनादर करनेवाले चलचित्रों पर हिन्दुओं द्वारा बहिष्कार करने से आश्चर्य नहीं लगेगा !
सेंसर बोर्ड केंद्र सरकार के अधीन होते हुए भी इस प्रकार की गलती कैसे होती है ? ऐसा प्रश्न हिंदुओं के मन में हमेशा ही आता है ।
राजुगारी कोडी पुलाव’ (राजा का मुर्गी पुलाव) नामक आगामी तेलुगु चलचित्र में देवता एवं संतों के किए गए अपमान का हिन्दुत्वनिष्ठों ने विरोध किया । उसके पश्चात चलचित्र से आपत्तिजनक दृश्य हटाने की जानकारी निर्माता ने दी ।
चलचित्र के कुछ संवाद एवं दृश्यों के कारण लोगों की भावनाएं आहत होने की संभावना !
पुनरावलोकन समिति की स्वीकृति के उपरांत ही चलचित्र प्रदर्शित होगा !
अन्य पंथियों के श्रद्धास्थानों को अनुचित पद्धति से दिखाने का साहस चलचित्र निर्माताओं में है क्या ?