‘जय श्रीराम’ लिखी हुई भगवा पट्टी गले में डालनेवाले छात्र को शिक्षक ने वर्ग से बाहर निकाला !

  • धर्मनिरपेक्ष शिक्षा पद्धति का फल !

  • उसी वर्ग की मुसलमान छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहने को शिक्षक ने मना किया  !

  • छात्र एवं हिन्दुत्वनिष्ठों के आंदोलन के उपरांत संबंधित शिक्षक ने की क्षमायाचना !

कोल्हापुर – नगर के एक महाविद्यालय की वाणिज्य शाखा के प्रथम वर्ष में शिक्षा ले रहे विद्यार्थी ने ‘जय श्रीराम’ लिखी हुई भगवा पट्टी गले में डाली थी । वर्ग आरंभ होने के पश्चात एक शिक्षक ने उसे गले से पट्टी निकालने को कहा । तब उस छात्र ने, ‘वर्ग की छात्राओं को परिधान किया हुआ हिजाब निकालने को कहा, तभी पट्टी निकालूंगा, ऐसे कहा ।’ इस पर  उस शिक्षक एवं छात्र के मध्य विवाद हुआ एवं शिक्षक ने संबंधित विद्यार्थी को कक्ष के बाहर जाने को कहा । तदनंतर महाविद्यालय के अनेक छात्रों ने एकत्रित होकर धरणा दिया । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं को यह घटना ज्ञात होने पर उन्होंने महाविद्यालय में जा कर उत्तर पूछा । तब संबंधित शिक्षक ने क्षमायाचना की ।

यह घटना १७ जुलाई को हुई । इसका वीडियो सामाजिक माध्यमों पर बडी मात्रा में प्रसारित हुआ है । जिस छात्र ने भगवा पट्टी पहनकर संबंधित शिक्षक को मुंहतोड उत्तर दिया, हिन्दुओं द्वारा उसकी प्रशंसा की जा रही है ।

संपादकीय भूमिका 

धर्मनिरपेक्ष शिक्षा पद्धति के कारण हिन्दु बहुसंख्यक देश में शिक्षकों द्वारा ‘जय श्रीराम’ का विरोध किया जाता है, जबकि उसी वर्ग की ‘हिजाब’ परिधान की हुई मुसलमान छात्राओं को छूट दी जाती है ! ऐसे शिक्षक पर पाठशाला प्रशासन को कठोर कार्रवाई करना अपेक्षित है !