घर-घर में तिरंगा लहराने के संदर्भ में मेहबूबा मुफ्ती ने आपत्ति दर्शाई !
ऐसे लोगों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट कर उन्हें आजन्म कारागृह में डालना चाहिए !
ऐसे लोगों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट कर उन्हें आजन्म कारागृह में डालना चाहिए !
सार्वजनिक स्थानों पर नमाजपठन करने वाले धर्मांधों के विरुद्ध कडी से कडी कार्रवाई हो, उत्तरप्रदेश भाजपा सरकार से जनता की यही अपेक्षा है !
बंगाल, केरल जैसे राज्य हिन्दुओं के लिए अधिकाधिक असुरक्षित होते जा रहे हैं । इस स्थिति में अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना यही एकमात्र समाधान है, यह जान लें !
‘सर तन से जुदा’ ऐसा संदेश मिलने से इस घटना के पीछे धर्मांध मुसलमान होने की शंका नकार नहीं सकते ! इससे बहुसंख्य हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं का ही जीवन अधिकाधिक असुरक्षित होने का यह निर्देश है !
दारूबंदी होने पर भी दारू उपलब्ध होती है और इसे पीकर कुछ लोगों की मृत्यु होती है, यह पुलिस और प्रशासन के लिए लज्जास्पद ! देश में कितने भी कानून और प्रतिबंध लगाए जाएं, तो भी अपराध रुकते नहीं । इसके लिए भ्रष्टाचार मुख्य कारण है ।
हिन्दुओं को हुआ यह एकतरफा सर्वधर्मसमभाव का रोग कब नष्ट होगा ? ‘कल यदि कोई इस दुकान की आड में यात्रा में बाधा लाने का प्रयास किया, तो इसके लिए इस मंदिर के ट्रस्ट कमेटी को ही उत्तरदायी ठहराना चाहिए’, ऐसी मांग हिन्दुओं को करनी चाहिए !
केवल निलंबन नहीं, अपितु उनसे अधिवेशन के लिए समय व्यर्थ करने के लिए दंड वसूलना चाहिए । इसके साथ ही उन्हे दिए जानेवाला वेतन एवं भत्ता रोक देना चाहिए !
वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार चल रही जांच का विरोध करने वाली कांग्रेस कानून द्रोही एवं जनताद्रोही है ! ध्यान दें कि कांग्रेसी कभी नहीं कहते कि ‘इस प्रकरण में दोषियों की जांच के उपरांत वास्तविकता जनता के सामने आना चाहिए ! किन्तु वे हिन्दुओं के प्रकरण में ऐसा दृष्टिकोण देने से नहीं चूकते !
मुसलमानों द्वारा हिन्दू संत-महंतों की निगरानी करना अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है । ‘हिन्दू समाज का दिशादर्शन करनेवाले संत-महंतों की हानि पहुंचाकर हिन्दुओं को नेतृत्वहीन करने की यह कोई योजना तो नहीं ? इसकी गहन छानबीन होना आवश्यक !
उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए इस प्रकार की घटनाएं न हों, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! इसके लिए जो उत्तरदायी हों, उनकी खोज कर आजन्म कारावास का दंड दिलाने के लिए सरकार को प्रयत्नशील होना चाहिए !