मध्यप्रदेश में हिन्दू छात्र की दो भागों में कटी मृतदेह मिली

घटना के कुछ मिनट पूर्व पिता को मिला था संदेश ‘सर तन से जुदा’ !

भोपाल – मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में २४ जुलाई के संध्या समय निशंक राठौर नामक इस अभियांत्रिकी के विद्यार्थी की मृतदेह रेल पटरी पर दो भागों में कटी स्थिति में मिली । निशंक के कमर से उपर और नीचे ऐसे दो भाग हुए थे ।

इस घटना के कुछ मिनट पूर्व ही निशंक के ही चलभाष (मोबाइल) से उसके पिता के चलभाष पर ‘राठौर साहब, तुम्हारा पुत्र बहुत शूर था । ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ (मुहम्मद पैगंबर का अनादर करनेवाले का ‘धड से सिर अलग करना’, ये एक ही दंड !’) ऐसा संदेश आया था । निशंक के पिता उमाशंकर राठौर ने बताया कि निशंक के ‘वाट्सएप’ एवं ‘इन्स्टाग्राम’ के खाते के छायाचित्रों पर (डीपी) ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा !’ यही वाक्य लिखा था । नूपुर शर्मा प्रकरण में धर्माधों ने संपूर्ण देश में किए प्रदर्शन में यही वाक्य घोषणा के रूप में सर्वप्रथम दिया था । तत्पश्चात ही दो धर्मांधों ने राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल का शिरच्छेद किया था ।

१. प्राथमिक जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या का प्रकरण बताया; परंतु पिता के चलभाष पर आए संदेश के कारण कहा जा रहा है कि ‘ये आत्महत्या नहीं हो सकती ।’

२. उमाशंकर राठौर ने कहा, ‘‘निशंक आत्महत्या कर ही नहीं सकता । उसकी हत्या की गई है । वह हिन्दुत्वनिष्ठ विचारों का भी नहीं था ।’’

३. २१ वर्ष का निशंक भोपाल के अभियांत्रिकी महाविद्यालय में तीसरे वर्ष में पढाई कर रहा था । वह भोपाल में नर्मदापुर के सिवनी-माळवा का मूलनिवासी था ।
४. भोपाल और सिवनी-मालवा के मध्य रायसेन जिले के बडखेडा रेल स्थानक के पास ही उसकी मृतदेह मिली ।

संपादकीय भूमिका 

‘सर तन से जुदा’ ऐसा संदेश मिलने से इस घटना के पीछे धर्मांध मुसलमान होने की शंका नकार नहीं सकते ! इससे बहुसंख्य हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं का ही जीवन अधिकाधिक असुरक्षित होने का यह निर्देश है !