मेरठ (उत्तरप्रदेश) में कांवडयात्रा में एक महंत की निगरानी (रेकी) करनेवाले नजीम को बनाया बंदी

मेरठ (उत्तरप्रदेश) – उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले में २४ जुलाई को कांवडयात्रा की भीड में घुसे नजीम नामक मुसलमान युवक को बंदी बनाया गया । कांवडयात्रा में सम्मिलित महंत मच्छेन्द्र पुरी की निगरानी कर, समस्त जानकारी अन्यों को पहुचाने का उस पर आरोप है । कांवडयात्रियों ने उसे पकडकर पुलिस को सौंप दिया । महंत मच्छेन्द्र पुरी के शिष्य ब्रह्मानंद पुरी ने इस प्रकरण का पुलिस में परिवाद (शिकायत) प्रविष्ट किया । इसमें उन्होंने कहा कि, ‘मैं महन्त मच्छेन्द्र पुरी के साथ हरिद्वार से कांवड लेकर गाजियाबाद के शिवमंदिर बालाजी धाम जा रहा था । मैंने देखा कि एक अपरिचित व्यक्ति बहुत समय से महंत मच्छेन्द्र पुरी का पीछा कर रहा है । उसे रोकने का प्रयत्न करने पर वह भागने लगा । तब अन्य यात्रियों की सहायता से हमने उसे पकड लिया । (कभी कोई हिन्दू मुसलमानों की शोभायात्रा में घुसकर उनके धर्मगुरु की निगरानी करने का साहस कर सकेगा क्या ? – संपादक) महंत मच्छेन्द्र पुरी की सुरक्षा को लेकर हम चिंतित है । नजीम को पुलिस में दिया गया है । ऐसा भी ब्रह्मानन्द पुरी ने ‘ऑपइंडिया’ में बताया ।

संपादकीय भूमिका

मुसलमानों द्वारा हिन्दू संत-महंतों की निगरानी करना अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है । ‘हिन्दू समाज का दिशादर्शन करनेवाले संत-महंतों की हानि पहुंचाकर हिन्दुओं को नेतृत्वहीन करने की यह कोई योजना तो नहीं ? इसकी गहन छानबीन होना आवश्यक !