श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान के अंतर्गत सर्व नागरिकों को १२ से १५ अगस्त तक अपने-अपने घरों पर तिरंगा लहराने का आवाहन किया है । इस संदर्भ में यह अनुमान है कि भारत सरकार के इस योजना के अंतर्गत देश के २० करोड घरों पर तिरंगा लहराएगा । किंतु जम्मू-कश्मीर की भूतपूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने इस पर विरोध प्रदर्शित किया है । उन्होंने भूतपूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर भी टिपण्णी की है । मुफ्ती ने ट्वीट पर यह आरोप लगाया है कि भूतपूर्व राष्ट्रपति ने एक ऐसी विरासत छोडी है, जिससे संविधान को पैरों तले कुचला जा रहा है ।
#BJP and the #Kashmir district administration's undertaking to encourage locals to unfurl the Tricolour on the occasion of 75th #IndependenceDay has gathered sharp criticism from former CM & PDP president #MehboobaMufti. | @peerashiq reports. https://t.co/G6ZKFfcIAA
— The Hindu (@the_hindu) July 24, 2022
साथ ही अन्य एक ट्वीट में मेहबूबा मुफ्ती ने यह टिपण्णी की है कि धारा ३७० हो, नागरिकता अधिनियम हो, अल्पसंख्यक अथवा दलितों पर आक्रमण हो, उन्होंने संविधान के नाम पर भाजपा की राजनीतिक कार्यसूची (अजेंडा) पूरी की है ।
संपादकीय भूमिकाऐसे लोगों पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट कर उन्हें आजन्म कारागृह में डालना चाहिए ! |