नेशनल हेराल्ड आर्थिक घोटाला प्रकरण
देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन
नई देहली – कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने २६ जुलाई को नेशनल हेराल्ड घोटाला प्रकरण में दूसरी बार पूछताछ की गई । प्रवर्तन निदेशालय ने २१ जुलाई को उनसे २ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी । ऎसा कहा जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूछताछ में लगभग २८ प्रश्न पूछे थे । सोनिया गांधी की दूसरी जांच के विरोध में कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन करवाए । प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी से जून में लगभग ५० घंटे तक पूछताछ की थी । उस समय भी लगभग ५ दिनों तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया था ।
#NationalHeraldcase: #SoniaGandhi to join #ED probe today, section 144 imposed at Raj Ghathttps://t.co/vPtMvRotaj
— DNA (@dna) July 26, 2022
धरने पर बैठे राहुल गांधी को पुलिस ने बंदी बनाया !
देहली के विजय चौक परिसर में हुए विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी भी सहभागी हुए । यहां राहुल गांधी स्वयं धरने में बैठे थे, फलस्वरूप पुलिस ने राहुल गांधी को भी बंदी बनाया ।
यह प्रकरण क्या है?
जवाहरलाल नेहरू द्वारा ‘द एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड’ के माध्यम से स्थापित समाचार पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’ को वर्ष २००८ में बंद कर दिया गया था । तदनंतर नये से स्थापित ‘यंग इंडिया’ प्रतिष्ठान ने इसे वर्ष २०१० में खरीद लिया । कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड को ९० करोड़ रुपये का ऋण दिया था । ‘द एसोसिएटेड जर्नल’ की संपत्ति हडपने के लिए केवल ५० लाख रुपयों मे खरीदने का आरोप भाजपा नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने लगाया था । सोनिया और राहुल दोनों के पास ‘यंग इंडिया’ संस्था की ३८ प्रतिशत हिस्सेदारी है । डॉ. स्वामी ने २०१३ में दिल्ली सत्र न्यायालय में आरोप प्रविष्ट कराया था । उसके उपरांत आयकर विभाग ने इस प्रकरण में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की जांच शुरू की ।
संपादकीय भूमिकावैधानिक प्रक्रिया के अनुसार चल रही जांच का विरोध करने वाली कांग्रेस कानून द्रोही एवं जनताद्रोही है ! ध्यान दें कि कांग्रेसी कभी नहीं कहते कि ‘इस प्रकरण में दोषियों की जांच के उपरांत वास्तविकता जनता के सामने आना चाहिए ! किन्तु वे हिन्दुओं के प्रकरण में ऐसा दृष्टिकोण देने से नहीं चूकते ! |