अडखळ (तालुका दापोली) में आयोजित हिन्दू धर्मसभा

दापोली (रत्नागिरी) – हमें एक हिन्दू के रूप में एकजुट रहने की आवश्यकता है । आसपास क्या हो रहा है, यह देखो ! कश्मीर में हिन्दू पर्यटकों पर उनके धर्म के आधार पर गोलियाँ चलाई गईं । इसलिए, जो लोग पाकिस्तान की प्रशंसा करते हैं, उन्हें “जैसे को तैसा” उत्तर देने के लिए हिन्दू समाज को विक्रेताओं का धर्म पूछकर ही उनसे वस्तुए खरीदनी चाहिए । यदि वे लोग अपने धर्म के प्रति इतने कट्टर हैं, तो हम उन्हें अमीर क्यों बना रहे हैं ? यह कैसा भाईचारा और सर्वधर्म समभाव है ?, ऐसा सवाल मत्स्यव्यवसाय और बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे ने उपस्थित किया ।
तालुका अडखळ में आयोजित धर्मसभा में वे बोल रहे थे ।
मंत्री नितेश राणे ने आगे कहा कि
१. कुछ दुकानदार अपना धर्म नहीं बताएगे । यदि वे कहें कि वे हिन्दू हैं, तो पहले उन्हें ‘हनुमान चालीसा’ बोलने को कहो । यदि उन्हें ‘हनुमान चालीसा’ नहीं आती, तो उनसे कुछ भी न खरीदो । जब उन्होंने हमें ‘कलमा’ (अल्लाह की प्रशंसा में वाक्य) पढने को कहा, तो कम से कम हम यह तो पूछ ही सकते हैं कि क्या उन्हें ‘हनुमान चालीसा’ आती है ?
२. हिन्दू के रूप में एकजुट रहो । तुम्हारी ओर कोई तिरछी नजर से नहीं देखेगा, यह विश्वास मैं तुम्हें देता हूं । जिस देश में हम रहते हैं, वह हिन्दू राष्ट्र है, यह कहना पहले सीखो । इस देश में यदि ८५ प्रतिशत लोग हिन्दू हैं, तो यहां नियम भी हिन्दुओं के ही चलेंगे । अन्य किसी के नहीं । प्राथमिकता हिन्दुओं को मिलनी ही चाहिए ।
३. इसी बंदरगाह (अडखळ बंदरगाह) पर जेट्टी पर वाहन खडा करने को लेकर हुई मारपीट में हमारे हिन्दू भाइयों के साथ मारपीट की गई । जब यह स्थान बंदरगाह विभाग का है, तो वहां अनधिकृत पार्किंग कैसे हो रही थी ? ये लोग ही अवैध निर्माण करते हैं, नियमों को तोडते हैं, गलत स्थान पर डंपर लगाते हैं, कानूनों का उल्लंघन करते हैं और फिर पत्थर हमारी ओर फेंकते हैं, यह कैसे चलेगा ? जिनके हाथ तुम्हारी ओर पत्थर फेंकेंगे, उनका हिसाब चुकता करने के लिए हम दृढता से तुम्हारे साथ खडे हैं ।
४. इस समुद्र पर हमारा ही राज होगा । यही शक्ति छत्रपति शिवाजी महाराज ने दिखाई थी । इस समुद्रतट को सुरक्षित रखने के लिए ही मैं इस मंत्रालय में मंत्री के रूप में बैठा हूं । किसी की भी मनमानी यहां नहीं चलने दी जाएगी । जो लोग सांप जैसे हैं उन्हें कैसे काबू में करना है, उसकी सारी दवा मेरे पास है।