बिहार के सीमांचल क्षेत्र के ५०० से अधिक सरकारी विद्यालयों में रविवार के स्थान पर शुक्रवार को अवकाश !

झारखंड और बिहार ये राज्य भारत में है कि पाकिस्तान में ? अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हिन्दुओं को भी धार्मिक दिनों के अनुसार अवकाश देने की मांग करनी चाहिए !

काबुल (अफगानिस्तान) में गुरुद्वारे के प्रवेश द्वार पर बम विस्फोट !

तालिबानी राज्य में सिख असुरक्षित ! इस विषय में खालिस्तानवादी मुंह क्यों नहीं खोलते ?

बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में दो मुसलमानों ने अपने सिर पर भगवा फेटा बांध कर कब्रों पर आक्रमण किया !

हिन्दुओं के लिए यह एक धोखा दायक घटना है ! हिन्दुओं को हिंसक दिखाकर मुसलमानों से हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसाचार करवाने का एक कुटिल प्रयास है । यदि भविष्य में ऐसे षड्यंत्र सफल होते हैं, तो क्या हिन्दू स्वयं अपनी रक्षा कर पाएंगे ? ध्यान दें कि हिन्दुओं के पास आत्मरक्षा प्रशिक्षण लेने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है !

मेरठ में (उत्तरप्रदेश) धर्मांध मुसलमानों द्वारा ‘कांवड’ में थूकने की घटना !

देश में ईश्वर निंदा करने के प्रकरण में कठोर कानून न होने से इसी प्रकार की घटनाएं होने पर भी आरोपियों को कठोर दंड नहीं होता । सरकार अब तो इसकी गंभीरता समझेगी, ऐसी हिन्दुओं की आशा है !

यदि ५० प्रतिशत हिन्दू भी जागृत हो गए, तो मुसलमान इतिहास बनकर रह जाएंगे !

यदि हिन्दुओं का दिमाग घूम गया और ५० प्रतिशत हिन्दू भी जागृत हो गए, तो मुसलमानों को बचने के लिए स्थान नहीं मिलेगा । वे इतिहास बनकर रह जाएंगे ।’

रीवा (मध्यप्रदेश) में नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण धर्मांध मुसलमान ने हिन्दू युवक को मारा

नूपुर शर्मा प्रकरण पर धर्मांधों ने अब धर्मयुद्ध घोषित कर हिन्दुओं को लक्ष्य करना चालू किया है, यह इस प्रकार की घटनाओं से प्रतिदिन ध्यान में आ रहा है । इन घटनाओं से स्वयं की रक्षा करने के लिए अब हिन्दुओं को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना अपरिहार्य है !

फरीदाबाद (हरियाणा) में धर्मांध युवकों द्वारा हिन्दू युवक का शिरच्छेद !

ऐसे सातत्य से शिरच्छेद मुसलमान अथवा ईसाइयों के हुए होते, तो अब तक हिन्दूद्वेषियों ने कोलाहल मचाकर पूरे देश को सिर पर उठा लिया होता; परंतु अब सभी ने चुप्पी साध ली है !

बूंदी (राजस्थान) के सरकारी विद्यालय में धर्मांध कट्टरपंथियों ने तीसरी भाषा के रूप में देवभाषा संस्कृत की जगह उर्दू पढ़ाने के लिए दी धमकी !

राजस्थान में चूंकि कांग्रेस की सरकार इस्लामिक देशों की तरह ही शासन कर रही है, इसलिए देखा जा सकता है कि धार्मिक संगठनों ने कितना आतंक मचा रखा है ! इससे पता चलता है कि कांग्रेस ने देवभाषा संस्कृत को मृत भाषा घोषित कर उसका तिरस्कार किया है और ऐसा करती ही जा रही है ! इस तथ्य से यह सिद्ध होता है । इस परिस्थिति को बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही एकमात्र विकल्प है !

धर्मांधों द्वारा बजरंग दल के कार्यकर्ता पर प्राणघातक आक्रमण

नूपुर शर्मा प्रकरण पर धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं को, साथ ही उनके कार्यकर्ताओें को लक्ष्य किया जा रहा है, यह पिछली कुछ घटनाओं से समझ में आ रहा है । हिन्दुओं के लिए यह खतरे की घंटी ही है । इन आक्रमणों से स्वयं की रक्षा करने के लिए हिन्दुओं द्वारा स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेने के सिवाय पर्याय नही !

प्रतापगढ (उत्तर प्रदेश)में बालकों को राइफल चलाने का प्रशिक्षण देने के आरोप में दो कट्टरपंथियों को बनाया बंदी !

हिन्दुओं के कार्यक्रमों में यदि केवल लाठियां भी हों, तब भी आतंकवादियों समान उनकी छवि निर्माण करनेवाले तथाकथित आधुनिकतावादी, हिन्दूद्वेषी मीडिया आदि अब मौन क्यों ?