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तेल अविव (इसरायल) – पैलेस्टाईन के आतंकी संगठन ‘हमास’ द्वारा किए आक्रमण में इसरायल के ६०० से अधिक नागरिकों की मृत्यु हुई है, तो २ सहस्रों से अधिक लोग घायल हो गए हैं । मृतकों में गाजा सीमा पर इसरायल के सुरक्षा दल का कमांडर नहल ब्रिगेड समाहित है ।
The death toll of #Palestinians killed by #Israel during the ongoing Israeli attack on #Gaza has risen to 370, with 2,200 others injured. pic.twitter.com/y0e2YvpuP6
— Globe Eye News (@GlobeEyeNews) October 8, 2023
दूसरी ओर इसरायल ने प्रत्युत्तर के रूप में पैलेस्टाईन की गाजा पट्टी पर किए हवाई आक्रमण में अबतक ४०० से अधिक नागरिकों की मृत्यु और १ सहस्र ७०० से अधिक लोग घायल हो गए हैं । हमास ने दावा किया था कि उसने अनेक इसरायल नागरिकों को बंधक बनाया था । बीबीसी के समाचार अनुसार इन बंधकों को छोड दिया गया है । इसरायल के आक्रमण में अनेक भवन एवं मस्जिदें नष्ट हुई हैं । १० आतंकवादी तल (बेस) नष्ट किए गए हैं । साथ ही हमास के गुप्तचर विभाग के प्रमुख को भी मार डाला है । सऊदी अरेबिया ने इसरायल एवं पैलेस्टाईन को इन आक्रमणों को रोकने का आवाहन किया है ।
#EXCLUSIVE: मोसाद को कैसे उलझाया..सब पता चल गया! समझिए, हमास ने ‘आयरन डोम’ की काट कैसे ढूंढ़ी?@rrakesh_pandey के साथ देखिए, इजराइल अटैक का ‘मास्टर माइंड’ Exposed!#IsraelPalestineWar #Israel #Gaza #Hamas #OperationIronSwords pic.twitter.com/ExEdgJwpxZ
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) October 8, 2023
इसरायल के हवाई सुरक्षा प्रणाली के हार्डवेयर को १२ वर्षों से अद्यतन (अपडेट) किया ही नहीं गया है !
हवाई आक्रमणों से बचने के लिए इसरायल ने वर्ष २०११ में ‘आयर्न डोम’ नामक हवाई सुरक्षा तंत्र तैयार किया था । तदनंतर विश्व की सबसे भरोसेमंद हवाई सुरक्षा प्रणाली के रूप में उसकी प्रशंसा की गई थी । १० मई २०२३ को जब हमास ने इसरायल के दक्षिण क्षेत्र में प्रक्षेपणास्त्र दागे, तब वे प्रक्षेपणास्त्र असफल हो गए थे ।
क्या है इजरायल का आयरन डोम सिस्टम?#IsraelHamasWar #Israel #Palestine pic.twitter.com/K4MKwppLfa
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उस आक्रमण के पश्चात किए गए शोध में पाया गया कि उसका हार्डवेयर वर्ष २०११ से अद्यतन किया ही नहीं गया है; जबकि सॉफ्टवेयर बारंबार अद्यतन किया जा रहा था । आक्रमण के समय हार्डवेयर उसके सॉफ्टवेयर से संपर्क करने में सक्षम नहीं था । ब्रॉक यूनिवर्सिटी के सहायक प्राध्यापक माइकेल आर्मस्ट्राँग ने कहा कि कोई भी प्रक्षेपणास्त्र प्रणाली पूर्णरूप से भरोसेमंद नहीं होती । अब आक्रमण का स्वरूप परिवर्तित हो रहा है ।