वक्फ कानून रद्द करें !

हिन्दुओं की अपेक्षा है कि भाजपा के विधायक इस सूत्र को अपनाएं एवं वक्फ कानून निरस्त करने का प्रयास करें ।

सामूहिक बलात्कार एवं हत्या करने के प्रकरण में ३ धर्मांधों को फांसी का दंड

८ वर्ष पश्चात इसप्रकार के अपराधों में दंड होना, इसे अन्याय ही कहना होगा ! इतने जघन्य अपराध की सुनवाई तत्परता से होनी आवश्यक है !

भारतीय संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द निकालने का समय आ गया है ! – अधिवक्ता जॉयदीप मुखर्जी, महासचिव, अखिल भारतीय कानूनी सहायता संस्था, बंगाल

बांगलादेश से आए घुसपैठियों के कारण असम, मिजोरम एवं पश्चिम बंगाल के राज्यों के ८ सहस्र गांव मुसलमानबहुल हो गए हैं । इन सभी गावों में ९० प्रतिशत से अधिक मुसलमान हैं ।

इस्लामिक स्टेट के मुखपत्र द्वारा हिन्दुओं से प्रतिशोध लेने की धमकी

जिहादी आतंकवादी एवं धर्मांध मुसलमानों से हिन्दुओं की रक्षा करने के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी ?

राजकोट (गुजरात) में धर्मांधों ने श्रीगणेश मूर्ति बनाने वाले परिवार पर किया आक्रमण !

‘भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं’, ऐसा कहने वाले कभी ‘भारत में हिन्दू असुरक्षित हैं’, ऐसा नहीं कहेंगे, यह समझें ! 

(और इनकी सुनिए…) ‘जाति के नाम पर सनातन धर्म ने किया देश का विभाजन !’ – तमिलनाडू विधानसभा अध्यक्ष अप्पावू

अंग्रेजों ने वर्ष १७९५ में छुद्रों सहित प्रत्येक को स्वामित्व का अधिकार दिया, तो वर्ष १९४७ तक, अर्थात १५० वर्षों में छुद्रों के पास भूमि क्यों नहीं थी ?

म. गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने से अतिन दास इस पूर्व संपादक को बंदी बनाया और छोडा गया !

म. गांधी पर की गई टिप्पणी को न स्वीकारने वाली कांग्रेस स्वातंत्र्यवीर सावरकर का प्रत्येक कदम पर अपमान करती है, इस पर ध्यान दें !

बलात्कार का विरोध करने वाली अवयस्क नेपाली हिन्दू लडकी की मोहम्मद अब्बास ने की हत्या !

हिन्दू लडकियों के प्राणों का कोई भी मोल न होने वाले ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस के राज्य में इसके अतिरिक्त और क्या होगा ?  बलात्कारियों को तत्काल फांसी का दंड देने वाला कानून होने की अनिवार्यता अब सरकारी तंत्र को ध्यान में आएगी क्या ?

बडवानी (मध्य प्रदेश) में हिन्दू युवती से बलपूर्वक विवाह करने का प्रयत्न करने वाला कट्टरपंथी बंदी बनाया गया !

शोएब खान उपनाम मुन्नू नामक युवक एक हिन्दू युवती से बलपूर्वक विवाह रहा है, यह ज्ञात होने के उपरांत, हिन्दू संगठनों के विरोध के कारण विवाह नहीं हो सका ।

(और इनकी सुनिए…) ‘मुसलमानों पर अत्याचार होने वाली स्वतंत्रता को हम लात मारते हैं !’ – मौलाना अब्दुर्रहमान जामई

‘ऐसे मौलानाओं को पाकिस्तान भेज देना चाहिए । वहां उन्हें जितनी स्वतंत्रता का उपभोग करना है करें’, ऐसा कोई कहता है, तो यह गलत नहीं होगा !