वर्ष १९७० का ‘मुक्त संचार व्यवस्था’ (फ्री मूवमेंट रिजीम) अनुबंध किया रद्द !

आजकल म्यांमार में विद्रोही गुट एवं सेना के मध्य संघर्ष चल रहा है, साथ ही नवंबर २०२३ में भारत में म्यांमार के लगभग ६०० सैनिक घुस गए थे । इस प्रकरण में मिजोरम सरकार ने केंद्र सरकार से सहायता मांगी थी ।

पाकिस्तान टूटने की कगार पर ?

क्या पाकिस्तान में गृहयुद्ध आरंभ होगा ? तथा क्या पाकिस्तान के बाहर से ‘अफगानिस्तान तालिबान’ तथा पाकिस्तान की सीमा के अंदर ‘तेहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ एकत्र होकर पाकिस्तान को कुचल डालेंगे ? साथ ही खैबर पख्तुनख्वा, वजीरीस्तान अथवा जिसे ‘नॉर्थ वेस्ट फ्रंटीयर प्रॉविंस’ (वायव्य सीमा प्रांत) कहा जाता है, तो क्या यह प्रदेश पाकिस्तान से अलग होकर अफगानिस्तान में अंतर्भूत होगा ?’, ऐसे अनेक प्रश्न सामने आ रहे हैं ।

राजस्थान के रेगिस्तान में ‘ऑस्ट्रा हिन्द २२’ युद्धाभ्यास !

‘किसी भी देश की रक्षा एवं उसका वर्चस्व उस देश के सैन्य सामर्थ्य पर निर्भर होता है । इसीलिए विश्व के अधिकांश देश अपनी सैनिकीकरण एवं सशक्तिकरण पर बल दे रहे हैं । भारत भी इसमें पीछे नहीं है । भारत सरकार की ओर से देश को सशक्त बनाने के लिए बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं ।

अरुणाचल प्रदेश से सटे चीन की सीमा पर चीनी सेना का निर्माणकार्य और उसके लिए भारत द्वारा करने योग्य उपाय !

अरुणाचल प्रदेश के लांग्जू प्रदेश के पास की एक घाटी में चीनी सेना निर्माणकार्य कर रही है, ऐसा एक वीडियो प्रसारित हो रहा है । यह वीडियो भारतीय सीमा में रहनेवाले नागरिकों ने बनाया है । उन्हें चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश-चीन सीमा पर निर्माणकार्य करते हुए दिखाई दिए ।

भारत के शत्रु और उनसे लडने की तैयारी !

‘भारत और पाक के बीच यदि अब कोई भी युद्ध हुआ, तो उसका रूपांतरण परमाणु युद्ध में ही होगा’, यह बात भारतियों को सदैव ध्यान में रखकर उस दृष्टि से निरंतर तैयार रहना चाहिए ।

विविध राष्ट्रप्रमुखों का भारत भ्रमण, उनका अर्थ और उससे देश को मिलनेवाला लाभ !

जापान विविध बातों में भारत की सहायता करने का इच्छुक है । जापान आनेवाले ५ वर्षाें में भारत में ४२ मिलियन डॉलर्स का निवेश कर रहा है । आज के समय में जापान के पास अतिरिक्त पूंजी है । भारत उनका मित्र देश होने से वह हमारी सहायता कर रहा है ।

भारत को अपनी सैनिकी क्षमता एवं युद्धसामग्री के आधुनिकीकरण पर ध्यान देना आवश्यक ! – (सेवानिवृत्त) ब्रिगेडियर हेमंत महाजन

‘रूस-यूक्रेन युद्ध : क्या तृतीय विश्वयुद्ध का आरंभ है ?’, इस विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष परिसंवाद !      मुंबई – अनेक पश्चिमी देश बता रहे थे कि रूस-यूक्रेन में युद्ध हुआ तो यूक्रेन की पूर्णतया सहायता करेंगे; परंतु वास्तव में रूस द्वारा यूक्रेन की सेना के साथ नागरी क्षेत्रों पर आक्रमण करने पर भी … Read more

नागालैंड में सैनिकों की गोलाबारी में नागरिकों की मृत्यु और उसके उपरांत सामने आई प्रतिक्रियाएं !

४ दिसंबर २०२१ को नागालैंड में भारतीय सेना की गोलाबारी में १३ नागरिकों की मृत्यु होने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई । इस राज्य में विद्रोहियों के कई समूह कार्यरत हैं; परंतु वर्तमान में उन्होंने भारतीय सेना के साथ शस्त्रसंधि की हुई है । उसके कारण उनमें आक्रमण नहीं होते; परंतु ऐसी संभावना सदैव ही बनी रहती है ।

तालिबान की सरकार और वैश्विक घटनाक्रम !

पाकिस्तान और चीन ने तालिबान को युद्ध हेतु सहायता की थी । इसीलिए तालिबान ने पाकिस्तान और चीन को शपथविधि समारोह का निमंत्रण भेजा । अर्थात तालिबान द्वारा उन्हें निमंत्रित करना स्वाभाविक ही था ।