पितृपक्ष के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘ऑनलाइन’ विशेष कार्यक्रम
पितृपक्ष की अवधि में भगवान दत्तात्रेय के सामूहिक जप का आयोजन किया गया ।
पितृपक्ष की अवधि में भगवान दत्तात्रेय के सामूहिक जप का आयोजन किया गया ।
‘मस्जिद अर्थात हिन्दुओं पर आक्रमण का स्थान’, अब ऐसी नई परिभाषा करनी होगी ! कहा जाता है कि, ‘इस्लाम अर्थात शांति’; परंतु उनकी मस्जिदें अशांति निर्माण कर रही हैं !
‘यदि लव जिहाद’ समान गंभीर घटना में ८ वर्षों के पश्चात न्याय प्राप्त हुआ, तो आतंकवादियों पर अंकुश कैसे रहेगा ?’, ऐसा प्रश्न किसी के भी मन में उपस्थित हो सकता है !
इस प्रकार की जनगणना के माध्यम से हिन्दुओं में फूट डालने का कुटिल षड्यंत्र रचा गया है । हिन्दुओं के विरोध में हिन्दूद्वेषी राजनीतिक पार्टियों का यह षड्यंत्र विफल करने के लिए प्रभावी हिन्दू संगठन यही एक पर्याय है !
धनबाद के रणधीर वर्मा चौक में किए गए एक दिवसीय आंदोलन में सनातन धर्म के विषय में अत्यंत आपत्तिजनक तथा हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाले वक्तव्य देनेवाले तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे एवं द्रमुक सांसद ए. राजा के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर उन पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई ।
यहां के भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्री. मनीष जयसवाल से भेंट कर उन्हें विदेश व्यापार नीति/शर्तें तथा मांस एवं मांस उत्पादों के लिए हलाल प्रमाणपत्र प्रक्रिया तथा केंद्र सरकार द्वारा उसमें किए सुधार के विषय में हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत राज्य संगठक श्री. शंभू गवारे ने विस्तार से जानकारी दी ।
रांची (झारखंड) में लव जिहाद का प्रकरण ! पीडिता का कहना है कि, मुंबई में आकर उसने मुझे मारा-पीटा । उसे मुझसे विवाह कर, मेरा धर्मांतर करना है । उसने मेरे परिवारवालों को जान से मारने की धमकी भी दी ।’
हिन्दुओं का धर्मांतरण रोकने के लिए उन्हें धर्म शिक्षा देना, यही प्रभावी उपाय है, यह जान लीजिए !
हिन्दू अपने बच्चों को ऐसी मानसिकता रखनेवाले विद्यालयों में भेजकर स्वयं की संस्कृति एवं धर्माचरण से दूर जा रहे हैं । उनकी अधोगति का यह एक मुख्य कारण प्रमाणित हो रहा है । हिन्दुओं के ध्यान में यह सूत्र आने की संभावना न होने से इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
कल को ऐसे लोगों की ओर से तिरंगे के स्थान पर चांद तारा वाला हरा ध्वज फहराए जाने पर आश्चर्य न लगे !