झारखंड के कांग्रेस मंत्री आलमेगर आलम के सचिव के घर के नौकर के घर मिले ३० करोड रुपये !

आलम के ग्रामीण विकास मंत्रालय का टेंडर अनुदान घोटाला बाजार में !

रांची (झारखंड) – झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्रालय में टेंडर सब्सिडी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (‘ईडी’) ने बड़ी कार्रवाई की है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घर पर छापेमारी में ईडी ने ३० करोड़ रुपये नकद जब्त किये हैं. इसके अलावा बड़ी मात्रा में आभूषण भी मिलने की आशंका है। ईडी ने कुल ६ जगहों पर छापेमारी की है।

ईडी राज्य के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई कर रही है। वीरेंद्र राम को ईडी ने पिछले साल फरवरी में कुछ योजनाओं के संचालन में अनियमितताएं पाए जाने और मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह के बाद गिरफ्तार किया था। अब कहा जा रहा है कि नई छापेमारी से आलमगीर आलम की गिरफ्तारी होगी। राज्य के पाकुड़ से ४ बार कांग्रेस विधायक रहे ७० साल के आलमगीर आलम पर संदेह जताया गया है। फिलहाल वह ग्रामीण विकास मंत्री हैं। उन्होंने इस मामले में कहा कि मेरे सचिव संजीव लाल पहले दो-तीन मंत्रियों के सचिव रह चुके हैं और उनके नौकर के घर इतनी रकम मिलने की मुझे कोई जानकारी नहीं है।

५ साल पहले का मामला !

मामला मूल रूप से वर्ष २०१९ में शुरू हुआ, जब ग्रामीण विकास मंत्रालय के सुरेश प्रसाद वर्मा नाम के एक जूनियर इंजीनियर को १०,००० रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब उनके घर से २ करोड़ कैश जब्त किया गया था। इसके बाद पिछले साल फरवरी महीने में भी ईडी ने चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के २४ ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें मिले दस्तावेजों के आधार पर उसकी जांच की गई और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस चीफ इंजीनियर के ठिकानों से ३० लाख रुपये के अलावा १.५ करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं और ईडी ने उसकी १०० करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद की है।

संपादकीय भूमिका

भ्रष्ट कांग्रेस! अब ऐसे मंत्रियों की सारी संपत्ति जब्त कर ली जानी चाहिए और उन्हें आजीवन जेल भेज देना चाहिए !