चीन के अल्पायु बच्चे दिन में केवल २ घंटे ही इंटरनेट का उपयोग कर सकेंगे !
बच्चों को चल-दूरभाष के व्यसन से बाहर लाने के लिए भारत सरकार को भी कठोर निर्णय लेना आवश्यक है !
बच्चों को चल-दूरभाष के व्यसन से बाहर लाने के लिए भारत सरकार को भी कठोर निर्णय लेना आवश्यक है !
भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड की अध्यक्षता में मणिपुर के प्रकरण पर १ अगस्त के दिन सुनवाई हुई । उच्चतम न्यायालय ने इस समय कहा कि ४ मई के दिन मणिपुर में २ महिलाओं को निर्वस्त्र कर जुलूस निकाले जाने के २ महा उपरांत अर्थात ४ जुलाई के दिन अपराध प्रविष्ट किया गया, यह स्पष्ट होता है ।
बच्चों की तस्करी का विषय अत्यंत गंभीर है तथा इस पर तुरंत स्थायीरूप से उपाय करना आवश्यक है । इसलिए कठोर कानून के साथ ही सामाजिक स्तर पर जागृति होना भी उतना ही आवश्यक है !
हिन्दू अपने बच्चों को ऐसी मानसिकता रखनेवाले विद्यालयों में भेजकर स्वयं की संस्कृति एवं धर्माचरण से दूर जा रहे हैं । उनकी अधोगति का यह एक मुख्य कारण प्रमाणित हो रहा है । हिन्दुओं के ध्यान में यह सूत्र आने की संभावना न होने से इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
विज्ञान ने की प्रगति का लाभ लेते हुए उसकी अति करने का क्या परिणाम होता है, यह भी इस घटना से ध्यान में आता है ! इसलिए इस प्रकार की बातों का उपयोग कौन करे कौन नहीं, ऐसा नियम होना भी आवश्यक है !
कल को ऐसे लोगों की ओर से तिरंगे के स्थान पर चांद तारा वाला हरा ध्वज फहराए जाने पर आश्चर्य न लगे !
मणिपुर में सभी घटनाओं में परकीय शक्तियों का हाथ होने की संभावना नकारी नहीं जा सकती । मैं तो कहूंगा कि उनका वहां आना-जाना है ही । विशेषरूप से चीन गत अनेक वर्षों से कट्टर गटों की सहायता करता आया है, ऐसा विधान भूतपूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने किए ।
गत अनेक दशकों में सर्वदलीय सरकारें तथा और गईं ! यदि कोई देशभक्त यह सोचता है कि इस भीषण समस्या का स्थायी समाधान निकाले बिना प्रत्येक संसदीय सत्र में लंबित प्रकरणों की केवल बढती संख्या सूचित करने क्या उपयोग ? तो उसमें उसकी क्या त्रुटि ?
सैकडों हिन्दू लडकियां लव जिहाद की बलि चढती हैं; परंतु हिन्दू अभिभावक कभी भी इस प्रकार की धमकी नहीं देते; परंतु यदि एकाध घटना में हिन्दू प्रेमी के लिए मुसलमान युवती अपना धर्म परिवर्तन करे, तो मुसलमान त्वरित जान से मारने की धमकी दे बैठते हैं एवं कभी कभार वैसा करते भी हैं, क्या इस विषय में धर्म-निरपेक्षतावादी मुंह खोलेंगे ?
मणिपुर में पिछले २४ घंटे में विष्णुपुर एवं चुराचांदपुर जिलों में हिंसा करनेवालों ने सुरक्षादलों पर आक्रमण करने का प्रयास किया । इस समय दोनों के मध्य मुठभेड हुई । हिंसा करनेवालों ने २०० ग्रामीण बम एवं ड्रोन का उपयोग किया ।