सनातन संस्था के आश्रमों में मिलनेवाले साधनारूपी संस्कारों के बल पर आदर्श दृष्टि से विकसित हो रहे युवा साधक एवं साधिकाएं !

‘भारतीय संस्कृति संस्कारों पर आधारित है; परंतु आज के कलियुग में नैतिक मूल्यों का पतन होने से संस्कार-मूल्य भी समाप्त हो चुके हैं । इसका परिणाम युवा पीढी पर दिखाई देता है । उसके कारण ‘उनका भविष्य संकट में है’, ऐसा कहना अनुचित नहीं है ।

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा बिहार के विधायक संजय पासवान ने रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का किया अवलोकन !

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा बिहार के भाजपा के विधान परिषद के विधायक श्री. संजय पासवान ने रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन किया । आश्रम का अवलोकन करने के उपरांत अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस आश्रम में चल रहा कार्य अद्भुत है ।

रामनाथी, गोवा स्थित सनातन के आश्रम में ‘सनातन प्रभात’ के कार्यालय के चैतन्यमय वास्तु में लगाए गए जानकारी फलक पर अंकित परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के छायाचित्र में हुए आश्चर्यजनक परिवर्तन !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के कृपाशीर्वाद से इस कार्यालय का चैतन्यमय एवं पवित्र वास्तु में रूपांतरण हुआ ।

आनंदप्राप्ति के लिए साधना करना ही आवश्यक ! – वैभव आफळे, समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘प्रारब्धभोग भोगना तथा ईश्वरप्राप्ति करना ही मनुष्यजीवन का लक्ष्य है, उसे साध्य करने के लिए साधना करना ही आवश्यक है ।

रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम में रोपण का अनुभव प्राप्त और शारीरिक सेवा की क्षमता रखनेवालों की आवश्यकता !

सनातन के रामनाथी (गोवा) के आश्रम में विभिन्न औषधिय वनस्पतियों, फल के पेडों, सब्जियों आदि का रोपण किया गया है । उनकी देखभाल करना और नया रोपण करना आदि सेवाओं के लिए मानव संसाधन की आवश्यकता है ।

रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम में प्रतिष्ठापित ‘श्रीराम शालिग्राम’ की महिमा !

प्रभु श्रीराम भगवान शिव की अखंड उपासना करते हैं । प्रभु श्रीराम ने अनेक तीर्थस्थलों पर शिवलिंगों की स्थापना की है । उसके कारण शिवलिंग की भांति ही दिखाई देनेवाले इस शालिग्राम को ‘श्रीराम शालिग्राम’ कहा गया है ।

रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम में चैतन्यमय वातावरण में श्रीराम शालीग्राम की प्रतिष्ठापना !

श्रीविष्णु स्वरूप सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के पावन निवास के कारण सनातन का रामनाथी आश्रम तो भूवैकुंठ ही बन गया है । इस आश्रम को विभिन्न देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त हुए हैं ।

‘सादगीपूर्ण जीवनशैली और उच्च विचारधारा की प्रतीति : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी !

किसी कागद की छायांकित प्रति निकालने पर उसमें यदि २-४ सें.मी. का निचला भाग कोरा हो, तो वे उतना कागद लेखन के लिए निकाल लेते हैं, साथ ही टिकट, डाक के पत्र का कोरा भाग काटकर उसपर भी लेखन करते हैं ।

मिलिंद चवंडके लिखित ‘श्रीकानिफनाथमाहात्म्य’ इस ग्रंथ को श्रद्धालुओं से मिला अभूतपूर्व प्रतिसाद !

‘श्रीकानिफनाथमाहात्म्य’ मराठी भाषा में काव्यबद्ध ग्रंथ का हिन्दी, अंग्रेजी, कन्नड एवं तेलगु भाषाओं में अनुवाद होने पर सर्व प्रांतों में श्रद्धालुओं को इस ग्रंथ का लाभ मिलेगा । उनका दैनंदिन जीवन सहज-सुलभ होने में बडी सहायता होगी, ऐसा श्रद्धालुओं का कहना है ।

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में उपस्थित संतों और हिन्दुत्वनिष्ठों ने किया रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम का अवलोकन !

श्री स्वामी रामराजेश्वराचार्यजी सरकारजी महाराज ने रामनाथी स्थित सनातन के आश्रम को भेंट दी और आश्रम में चलनेवाले राष्ट्र एवं धर्म का कार्य समझकर लिया ।