रामनाथी (गोवा) - वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के सुविख्यात श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी ने ६ जून २०२४ को रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम को सदिच्छा भेंट दी । ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों के समूह संपादक श्री. योगेश जलतारे ने उन्हें आश्रम में चलनेवाले राष्ट्र और हिन्दू धर्म संबंधी कार्य तथा आध्यात्मिक शोधकार्य संबंधी जानकारी दी । इस समय उन्होंने आश्रम का कार्य जिज्ञासापूर्वक समझ लिया और कार्य के लिए आशीर्वाद दिए । इस समय उपस्थित हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी को पुष्पहार पहनाकर तथा शॉल, श्रीफल, भेंटवस्तु और सनातन के ग्रंथ उपहार में देकर उनका सम्मान किया । इसी के साथ श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी के साथ आए पुरोहित सर्वश्री गौरव घैसास, सारंग घैसास, प्रथम जोशी और अमोल पाध्ये का भी सम्मान श्री. रमेश शिंदे ने किया ।
श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी ने दिया संदेशइस समय श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी ने अपने संदेश में कहा, ‘‘हमारी वाणी मधुर होना, दया दिखाना, दान करना, निर्धनों की रक्षा करना और सत्संग में रहना, ये ५ कृत्य सभी को आचरण में लाने चाहिए । ऐसा करने से हमारे दोष दूर होकर हममें अच्छे गुण आएंगे और हिन्दुत्व प्रतिष्ठापित होगा ।’’ |
अयोध्या के श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा का निकाला था मुहूर्त !
श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी ने अयोध्या में २२ जनवरी २०२४ को संपन्न श्रीराम मंदिर मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा समारोह का संचलन किया था । साथ ही श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा का मुहूर्त भी उन्होंने निकाला था ।