हरियाणा के १४ गांवों में मुसलमानों का बहिष्कार !
नूंह में हिंसा का प्रकरण !
मुसलमानों को घर भाडे पर न देने तथा उन्हें नौकरी पर न रखने का आह्वान !
नूंह में हिंसा का प्रकरण !
मुसलमानों को घर भाडे पर न देने तथा उन्हें नौकरी पर न रखने का आह्वान !
धर्मनिरपेक्ष संविधान द्वारा दिए गए पद पर आरूढ एक मुस्लिम व्यक्ति खुलेआम हिन्दूद्वेषी वक्तव्य दे कर भी उसके ऊपर सरकार, पुलिस, प्रशासन, लोकतंत्रवादी, धर्म-निरपेक्षतावादी आदि लोग कुछ भी नहीं बोलते, यह ध्यान में लें !
नूंह की हिंसा के ऊपर प्रतिक्रिया !
एक की मृत्यु, तो एक अन्य घायल
घर अवैध होने के कारण प्रशासन ने की कारवाई !
रासुका लगाने की हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की मांग !
हिन्दू अपने बच्चों को ऐसी मानसिकता रखनेवाले विद्यालयों में भेजकर स्वयं की संस्कृति एवं धर्माचरण से दूर जा रहे हैं । उनकी अधोगति का यह एक मुख्य कारण प्रमाणित हो रहा है । हिन्दुओं के ध्यान में यह सूत्र आने की संभावना न होने से इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
हिंदुत्वनिष्ठों के विरोध के उपरांत कार्यवाही करने वाली पुलिस किस काम की ? छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महापुरुषों का अपमान होने पर भी कार्यवाही न करने वाली पुलिस को बर्खास्त करना चाहिए !
बंगाल में हिन्दू विरोधी तृणमूल कांग्रेस सरकार सत्ता पर है । इसलिए ऐसी घटनाएं हो रही हैं एवं अन्य निधर्मी राजनीतिक दल मौन रहते हैं !
अन्य पंथों के प्रार्थना-स्थलों पर कभी किसी प्राणी का मांस नहीं फेंका जाता; परंतु हिन्दू मंदिरों में गोमांस फेंकने की घटनाएं बार-बार होती रहती हैं, इस विषय पर कभी धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नहीं बात करते ?
कांग्रेसियों से इससे भिन्न अपेक्षा भी क्या हो सकती है ? यदि बोरा ने अन्य धर्मियों के श्रद्धास्रोतों के विषय में इस प्रकार का वक्तव्य दिया होता, तो अब तक उनका सर धड से जुदा करने के फतवे निकल गए होते !
क्या कर्नाटक में कांग्रेस को चुननेवाले हिन्दुओं को यह वक्तव्य स्वीकार है ? आरोपी कट्टरपंथी एवं पीडित छात्राएं हिन्दू होने से ही कांग्रेस के मंत्री ऐसा वक्तव्य दे रहे हैं । यदि स्थिति इसके विपरीत होती, तो अब तक दोषियों पर कठोर कार्रवाई कर दी गई होती !