हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर भारत में स्वतंत्रता दिवस पर होनेवाला ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें !’ अभियान

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रध्वज का होनेवाला अनादर रोकने हेतु सी. आर. पार्क के पुलिस स्टेशन के श्री. ऋतेश शर्मा को ज्ञापन दिया गया ।

दिल्ली एनसीआर में नागपंचमी एवं रक्षाबंधन विषय पर ‘ऑनलाइन’ प्रवचन एवं रक्षाबंधन अभियान

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से माननीय पार्षद श्रीमान सुभाष बडाना को तथा उनके सहयोगी श्रीमान चंद्र प्रकाश कालरा को राखी बांधकर समाज, धर्म, राष्ट्र रक्षा के लिए शक्ति प्राप्त हो यह प्रार्थना की ।

स्वतंत्रा के स्मृतिदिन के उपलक्ष्य में राष्ट्रहित के लिए समर्पित होकर कार्य करें !

बंटवारे के समय हिन्दुओं और भारतीयों ने असंख्य कष्ट सहन किए । उनके कारण ही भारत आज संपूर्ण विश्व में नए रूप में आ रहा है ।

हिन्दू जनजागृति समिति और हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के बारे में हिन्दुत्वनिष्ठों के गौरवोद्गार और परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के प्रति व्यक्त किया भाव

अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का व्यासपीठ सभी हिन्दुत्वनिष्ठों के लिए है । इस कारण हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के माध्यम से हिन्दुओं में नवशक्ति निर्माण हुई है । विविध राज्यों में और जिलों में इस प्रकार के अधिवेशन हो रहे हैं । अखंड हिन्दू राष्ट्र के लिए ये सम्मलेन हो रहे हैं ।

‘श्री काशी विश्वनाथ धाम’ में अधिक शुल्क देकर ‘सुगम दर्शन’ की योजना बंद की जाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति

गरीब का हो अथवा धनवान का, समय तो सभी के लिए महत्त्वपूर्ण होता है । इसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए ।

समाजविघातक प्रवृत्तियों के घर पर ही नहीं; अपितु जिहादी विचारधारा पर भी बुलडोजर चलाना पडेगा – विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विहिंप

‘राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नामक हिन्दू युवक की जिहादियों ने निर्मम हत्या कर दी । यह कोई सामान्य घटना नहीं है, अपितु इस देश के सार्वभौमत्व के साथ ही यहां के सभ्य समाज, संविधान एवं लोकतंत्र पर किया गया आक्रमण ही है ।

स्वयं के द्वारा हिन्दू धर्म का आचरण करने से ही हिन्दुओं को जागृति लाना संभव ! – दयाल हरजानी, व्यवसायी, हाँगकाँग

मंदिरों में दानपेटी होती है; परंतु ज्ञानपेटी नहीं होती । मंदिरों में धर्म का ज्ञान मिलना आवश्यक है । दुर्भाग्यवश मंदिरों की ओर से ज्ञान नहीं दिया जाता । इसलिए हमें मंदिरों में भी परिवर्तन लाना पडेगा । धर्म का ज्ञान लेकर मन में मंदिर तैयार नहीं हुआ, तो वह किसी उपयोग का नहीं है ।

वर्ष २०२५ में हिन्दू राष्ट्र स्थापना होने हेतु आज से ही सक्रिय हों ! – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी के नंदी आज भी भगवान काशी विश्‍वेश्‍वर की ओर नहीं, अपितु ज्ञानव्यापी मस्जिद की ओर मुंह करके मूल मंदिर के भग्नावशेष देख रहे हैं ! वर्तमान में काशी-मथुरा, कुतुबमिनार, अजमेर में ‘ढाई दिन का झोपडा’ अर्थात ‘श्री सरस्वती मंदिर’, इन मंदिरों के विषय में आज चर्चा आरंभ हुई है; तब भी इनके अतिरिक्त १ सहस्र ५६० प्राचीन हिन्दू मंदिरों पर हुआ इस्लामी अतिक्रमण उसी स्थिति में हैं ।

हिन्दू राष्ट्र संसद में सहभागी सदस्यों और विशेषज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा रखे गए सूत्र !

हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता को कारागृह में डाले जाने पर उसके परिवार को अनेक संघर्षाें का सामना करना पडता है । उनके बच्चों के भविष्य का विचार नहीं किया जाता, उसके कारण उसके परिवार को आवश्यक सहायता नहीं मिलती ।

हिन्दू राष्ट्र बनाने से हमें कोई नहीं रोक सकता ! – भाजपा के विधायक टी. राजा सिंह

रामनाथी, गोवा में दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘सर्व समस्याओं का प्रतिकार कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का संकल्प करें’, इस विषय पर मार्गदर्शन करते हुए वह बोल रहे थे ।रामनाथी, गोवा में दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘सर्व समस्याओं का प्रतिकार कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का संकल्प करें’, इस विषय पर मार्गदर्शन करते हुए वह बोल रहे थे ।