भारत पर आरोप लगाकर अपने ही घर में आग लगाने का चीन का कृत्य !

विश्व के श्रेष्ठ एवं बलशाली देशों को अपने आचरण एवं कार्याें से विश्व को मानवता का श्रेष्ठ संदेश देना चाहिए । जो देश अपने साम्राज्य का विस्तार तथा स्वयं की श्रेष्ठता सिद्ध करने का प्रयास करता है, उसमें तथा डकैत में कोई अंतर है, ऐसा नहीं कहा जा सकता ।

महाशिवरात्रि विशेष

शिव शब्द ‘वश्’ शब्द के व्यतिक्रम से अर्थात अक्षरों के क्रम परिवर्तित करने से बना है । ‘वश्’ अर्थात प्रकाशित होना, अर्थात शिव वह है जो प्रकाशित है । शिव स्वयंसिद्ध एवं स्वयंप्रकाशी हैं । वे स्वयं प्रकाशित रहकर संपूर्ण विश्व को भी प्रकाशित करते हैं ।

आयुर्वेद में विशद दिनचर्या सहस्रों वर्षाें के उपरांत भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक !

अपनी नौकरी, व्यवसाय का स्वरूप कैसा है, उसके अनुसार स्वयं का नियोजन कर दिनचर्या में विशद किए गए जो-जो कृत्य करना संभव है, वे करने का आरंभ करें । इससे स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायता होगी ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी वाराणसी के अखिल भारतीय सारस्वत परिषद की ओर से सम्मानित !

धर्म के क्षेत्र में किए कार्य हेतु किया गया सम्मान !

उत्तर भारत में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान को उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

अयोध्या में श्रीराम मंदिर में हुए श्रीराममूर्ति प्राणप्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सनातन संस्था द्वारा पूरे देश में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान किया गया । मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में यह अभियान संपन्न हुआ ।

राष्ट्रध्वज की अवमानना रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रशासन को ज्ञापन सौंपा !

कहीं भी प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज का उत्पादन और बिक्री हो रही हो, तो संबंधित उत्पादकों पर तत्काल कार्यवाही की जाए, ऐसी मांग लेकर आज हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से वाराणसी, सैदपुर, मुजफ्फरपुर तथा गया में प्रशासन को ज्ञापन दिया गया ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे को झारखंड में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति संपर्क अभियान’ में मिला उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

श्यामडीह, कतरास के सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा ९ वीं से १२ वीं तक के छात्रों के लिए ‘भारतीय संस्कृति की विशेषताएं एवं लव जिहाद की वास्तविकता’, इन विषयों पर मार्गदर्शन किया गया ।

इंदौर तरुण जत्रा प्रदर्शन में सनातन संस्था की ओर से अध्यात्मप्रसार !

इस मेले में सनातन संस्था की ओर से धर्म, अध्यात्म, बालसंस्कार आदि विभिन्न विषयों पर ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई । अनेक इंदौरवासियों ने इसका लाभ लिया ।

शिवजी की उपासना भावपूर्ण एवं शास्त्रोक्त पद्धति से सिखानेवाले सनातन के ग्रन्थ !

देवता की उपासना का शास्त्र समझ में आने पर देवता की उपासना संबंधी श्रद्धा बढती है । श्रद्धा से उपासना भावपूर्ण होती है एवं भावपूर्ण उपासना ही अधिक फलदायी होती है । इसके लिए यह ग्रन्थमाला पढें !

साधको, बालसाधकों अथवा साधकों के छायाचित्र खींचते समय निम्न सूक्ष्मताएं ध्यान में लें !

छायाचित्र भेजते समय केवल एक ही छायाचित्र न भेजकर २-३ छायाचित्र भेजें, जिससे उनमें से उचित छायाचित्र का चयन किया जा सके । ‘छायाचित्र कब खींचे गए हैं’, इसका भी धारिका में उल्लेख करें ।’