शिवजी की उपासना भावपूर्ण एवं शास्त्रोक्त पद्धति से सिखानेवाले सनातन के ग्रन्थ !

ग्रंथमाला : देवताओंकी उपासना एवं उसका अध्यात्मशास्त्र

देवता की विशेषताएं एवं कार्य पता चलने पर देवता की महिमा समझ में आती है । देवता की उपासना का शास्त्र समझ में आने पर देवता की उपासना संबंधी श्रद्धा बढती है । श्रद्धा से उपासना भावपूर्ण होती है एवं भावपूर्ण उपासना ही अधिक फलदायी होती है । इसके लिए यह ग्रन्थमाला पढें !

भगवान शिवसम्बन्धी अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन

  • भगवान शिव की शारीरिक विशेषताएं क्या हैं ?
  • भगवान शिव का तीसरा नेत्र किसका प्रतीक है ?
  • भगवान शिव के विविध रूप कौनसे हैं ?
  • ज्योतिर्लिंग का अर्थ एवं उसकी विशेषताएं क्या हैं ?

भगवान शिव : अध्यात्मशास्त्र (आरती एवं शिवचालीसा सहित)

  • नंदी के सींगों में से शिवपिण्डी के दर्शन कैसे करें ?
  • शिवजी को बिल्वपत्र क्यों और कैसे चढाएं ?
  • शिवपिण्डी पर जल की धारा निरन्तर क्यों बहती है ?
  • शिवपिण्डी की अर्धपरिक्रमा ही क्यों करते हैं ?

(शिवसम्बन्धी अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन करनेवाला ‘शिव’ लघुग्रन्थ भी उपलब्ध !)

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