‘श्रीराम शालिग्राम’ पर प्रार्थना कर रहे हनुमानजी का रेखाचित्र दिखाई देना

शालिग्राम के शंकुरूप भाग को नीचा कर शालिग्राम को खडा कर देखने पर मुझे हनुमानजी के दर्शन हुए । शालिग्राम पर स्थित हनुमानजी का रेखाचित्र देखने पर यह मेरे ध्यान में आया । मुझे ‘वानर दिखाई देना’ शालिग्राम पर हनुमानजी के होने का सूचक था ।

रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम में प्रतिष्ठापित ‘श्रीराम शालिग्राम’ की महिमा !

प्रभु श्रीराम भगवान शिव की अखंड उपासना करते हैं । प्रभु श्रीराम ने अनेक तीर्थस्थलों पर शिवलिंगों की स्थापना की है । उसके कारण शिवलिंग की भांति ही दिखाई देनेवाले इस शालिग्राम को ‘श्रीराम शालिग्राम’ कहा गया है ।

रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम में चैतन्यमय वातावरण में श्रीराम शालीग्राम की प्रतिष्ठापना !

श्रीविष्णु स्वरूप सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के पावन निवास के कारण सनातन का रामनाथी आश्रम तो भूवैकुंठ ही बन गया है । इस आश्रम को विभिन्न देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त हुए हैं ।

हिन्दू जनजागृति समिति और हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के बारे में हिन्दुत्वनिष्ठों के गौरवोद्गार और परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के प्रति व्यक्त किया भाव

अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का व्यासपीठ सभी हिन्दुत्वनिष्ठों के लिए है । इस कारण हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के माध्यम से हिन्दुओं में नवशक्ति निर्माण हुई है । विविध राज्यों में और जिलों में इस प्रकार के अधिवेशन हो रहे हैं । अखंड हिन्दू राष्ट्र के लिए ये सम्मलेन हो रहे हैं ।

घर पर ही करें बैंगन का रोपण !

बैंगन का रोपण करने से पूर्व हमें उनके पौधे तैयार कर लेना आवश्यक होता है । पौधावाटिका से बैंगन के पौधे लाएं । बैंगन के विभिन्न प्रकारों के अनुसार अलग-अलग बीज उपलब्ध होते हैं । अपनी इच्छा के अनुसार बीज लाएं ।

सनातन संस्था द्वारा संपूर्ण देश में १५३ स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ संपन्न !

माया के भवसागर से शिष्य और भक्त को धीरे से बाहर निकालनेवाले, उनसे आवश्यक साधना करवानेवाले और कठिन समय में उन्हें निरपेक्ष प्रेम का आधार देकर संकटमुक्त करानेवाले गुरु ही होते हैं । ऐसे परमपूजनीय गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन होता है ‘गुरुपूर्णिमा’ !

तनावमुक्ति हेतु अपने दुर्गुणों को दूर कर, गुणवृद्धि करें ! – श्रीमती वैदेही पेठकर, सनातन संस्था

आजकल सर्वत्र ही छात्रों में तनाव दिखाई देता है । तनाव निर्मूलन हेतु अपने व्यक्तित्व के दोषों को दूर करने के लिए, अपने गुण बढाने की आवश्यकता है ।

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में गुरुपूर्णिमा महोत्सव संपन्न !

सनातन संस्था के श्रद्धाकेंद्र प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमापूजन से इस महोत्सव का शुभारंभ हुआ । गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का संदेश पढकर सुनाया गया ।

पाली में वर्षश्राद्ध के उपलक्ष्य में धर्मजागृति का प्रशंसनीय प्रयास !

मोदी परिवार ने दिवंगत बंकटलाल मोदी (आध्यात्मिक स्तर ६१ प्रतिशत) के वर्षश्राद्ध के उपलक्ष्य में आए सगे-संबंधी एवं मित्रों में धर्मजागृति करने का प्रयास किया । इस अवसर पर उपस्थित लोगों को विशेषरूप से हलाल सर्टिफिकेशन के माध्यम से चल रहे षड्यंत्र की जानकारी दी गई ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, स्वेच्छाचार, प्राणियों की विशेषता हो सकती है, मानव की नहीं । ‘धर्मबंधन में रहना, धर्मशास्त्र का अनुकरण करना’, ऐसा करनेवाला ही ‘मानव’ कहला सकता है ।’