लखनऊ (उत्तर प्रदेश) – सनातन संस्था द्वारा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया गया ! सनातन संस्था के श्रद्धाकेंद्र प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमापूजन से इस महोत्सव का शुभारंभ हुआ । गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का संदेश पढकर सुनाया गया । तदुपरांत ‘धर्मनिष्ठ समाज की निर्मिति एवं धर्माधिष्ठित ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना की आवश्यकता’, विषय पर मार्गदर्शन हुआ ।
लखनऊ में आयोजित गुरुपूर्णिमा में भगवा रक्षा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. आशीष तिवारी ने मार्गदर्शन किया । उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू समाज पर निरंतर हो रहे आघातों के उपरांत भी यदि हिन्दू राष्ट्र की मांग नहीं की, तो हिन्दुओं का पतन निश्चित है । हिन्दू समाज को हिन्दू संगठनों का साथ देकर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित होना चाहिए ।’’
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां की गुरुपूर्णिमा में अधिवक्ता शैलेंद्र पांडे ने उपस्थित जिज्ञासुओं का उद्बोधन किया । इसका लाभ ३४२ जिज्ञासुओं ने लिया ।
पटना (बिहार) – यहां गुरुपूर्णिमा में ‘वर्ल्ड एस्ट्रो फेडरेशन’ के एशिया चैप्टर के अध्यक्ष आचार्य अशोक मिश्र ने सभी हिन्दुओं का आवाहन किया कि हिन्दू धर्म के लिए सभी को संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है । इस कार्यक्रम में अखाडा परिषद के महंत डॉ. देवनायक दासजी विश्व अखाडा परिषद के बिहार प्रदेश संगठन मंत्री भी उपस्थित थे ।
मुजफ्फरपुर (बिहार) – यहां के भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी प्रभानंद महाराजजी ने सभी साधकों को गुरुपूर्णिमा हेतु आशीर्वाद दिए ।
रांची (झारखंड) – यहां के हिरजी करमशी सेवा संस्थान लालजी हिरजी रोड में हुई गुरुपूर्णिमा में श्री माहेश्वरी सभा, रांची के अध्यक्ष श्री. शिव शंकर साबू ने अपने मार्गदर्शन में कहा कि ‘‘हमें जीवन में गुरु की आवश्यकता होती है । ‘माहेश्वरी’ समाज की उत्पत्ति शिवजी से हुई है; परंतु हम जन्म से वैष्णव उपासक हैं । यही हमारे धर्म की विशेषता है । आज समाज में कुटुंब भावना का लोप हो रहा है, जो कि चिंता का विषय है । उसके लिए सभी हिन्दुओं को अपने घर से प्रयास करने की आवश्यकता है ।’’
धनबाद (झारखंड) – यहां पर धनबाद के ‘तरुण हिन्दू’, संगठन के संस्थापक डॉ. नील माधव दास ने कहा, ‘‘आज गुरुपूर्णिमा के दिन धर्म की रक्षा के लिए हमें नियमित प्रयास करने का संकल्प लेने की नितांत आवश्यकता है ।’’
कतरासगढ (झारखंड) – यहां की गुरुपूर्णिमा में बंगाल की शास्त्र धर्म प्रचार सभा के डॉ. कौशिक मल्लिक ने कहा कि ‘‘महर्षि वेदव्यास कलियुग के आदि गुरु हैं । गुरु एवं शिष्य को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा महर्षि व्यास से ही मिलती है । गुरु होना अर्थात उनके दिए मंत्र का केवल उच्चारण करना ही नहीं, अपितु उनकी सेवा करना ।’’
कोलकाता (बंगाल) – गुरुपूर्णिमा महोत्सव के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हावडा स्थित साल्किया भारतीय साधक समाज के संस्थापक श्री अनिर्बान नियोगी उपस्थित थे । अपने वक्तव्य में उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वर्तमान में हिन्दू समाज को धर्म एवं अध्यात्म की शिक्षा देकर उसे जागृत करने की आवश्यकता है । आपातकाल में जीवित रहने के लिए साधना करने की आवश्यकता है । परात्पर गुरु डॉक्टरजी द्वारा सिखाई स्वभावदोष-निर्मूलन प्रक्रिया का महत्त्व बताते हुए वे बोले, ‘‘एक आदर्श व्यक्ति बनने के लिए हमें अपने दोष एवं अहं को दूर करने की आवश्यकता है । तब ही हम ईश्वरीय राज्य एवं एक आदर्श राष्ट्र की स्थापना में योगदान देने में सक्षम हो सकेंगे ।’’
इंदौर (मध्य प्रदेश) – यहां के गुरुपूर्णिमा में व्यवसायी श्री. संजय गोयल ने कहा, ‘‘हमारे बचपन में माता-पिता ने हम बच्चों पर अच्छे संस्कार होने के लिए अनेकानेक प्रयास किए । आज के माता-पिता अपनी नौकरी, व्यवसाय, सोशल मीडिया एवं नेटफ्लिक्स के सीरियल्स में व्यस्त हैं । उन्हें अपने बच्चों पर अच्छे संस्कार हेतु १५ दिन में एक बार अपने निकट के मंदिर में सार्वजनिक रूप से ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ आरंभ करना चाहिए ।
उज्जैन (मध्य प्रदेश) – यहां की गुरुपूर्णिमा में सप्तर्षि गुरुकुल के संस्थापक परमाचार्य डॉ. देवकरण शर्माजी ने उपस्थित जिज्ञासुओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सनातन संस्था वर्तमान में राष्ट्र एवं धर्म जागृति के लिए महान एवं प्रशंसनीय कार्य कर रही है । आज भारत की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होना आवश्यक है । आज सर्वत्र पश्चिमी संस्कृति ही सिखाई-पढाई जा रही है । जबकि धर्माचरण सिखानेवाले पाठ्यक्रम को अंतर्भूत करने की आवश्यकता है । महोत्सव के प्रारंभ में श्री व्यासपूजा एवं प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन सनातन प्रभात के पाठक श्री. संतोष शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी शोभा शर्मा ने किया । इस अवसर पर १२ वीं कक्षा की मध्य प्रदेश स्टेट बोर्ड की परीक्षा में अच्छे गुण (८८ प्रतिशत) प्राप्त करने के लिए सनातन की युवा साधिका कु. प्रचीति कुलकर्णी का सम्मान किया गया ।
ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – यहां लष्कर स्थित श्रीरामजानकी मंदिर में यह महोत्सव भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया । हिन्दू जनजागृति समिति मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने उपस्थित जिज्ञासुओं का मार्गदर्शन किया । इस शुभावसर पर ग्वालियर-चंबल पत्रिका के संपादक श्री. दिनकर शर्मा, योगशिक्षिका श्रीमती जयश्री कौशिक, डॉ. ईश्वरचंद करकरे, श्री. जयेंद्र सिंह राणा के साथ अन्य मान्यवर उपस्थित थे ।