तनावमुक्ति हेतु अपने दुर्गुणों को दूर कर, गुणवृद्धि करें ! – श्रीमती वैदेही पेठकर, सनातन संस्था

शिक्षकों का मार्गदर्शन करते हुए श्रीमती वैदेही पेठकर, उनके साथ श्री. आनंद जखोटिया, कोषाध्यक्ष कमेटी श्री. विष्णु उमडेकर एवं प्राचार्य श्री. जगदीश श्रीवास

ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – आजकल सर्वत्र ही छात्रों में तनाव दिखाई देता है । तनाव निर्मूलन हेतु अपने व्यक्तित्व के दोषों को दूर करने के लिए, अपने गुण बढाने की आवश्यकता है । इसलिए सनातन संस्था अध्यापक और छात्रों में, इस विषय में दिशादर्शन करने का प्रयास कर रही है, श्रीमती वैदेही पेठकर ने ऐसा प्रतिपादन किया । वे यहां के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्मारक उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित ‘तनावमुक्त जीवन हेतु अध्यात्म’ विषय पर अध्यापकों को संबोधित कर रही थीं ।

इस समय शिक्षा समिति के सहसचिव श्री. हेमंत खेडेकर ने कहा, ‘‘आज विश्व और भारत की वर्तमान परिस्थिति में परिवर्तन लाने हेतु सनातन संस्था का बडा योगदान होगा ।’’ विद्यालय के प्राचार्य श्री. जगदीश श्रीवास बोले, ‘‘आध्यात्मिक दृष्टि से अपने व्यवहार एवं जीवन को साधना के माध्यम से कैसे परिवर्तित करें, छात्रों की समस्याओं को कैसे दूर कर सकते हैं, सुसंस्कारों को आत्मसात कर जीवन कितना और कैसे महत्त्वपूर्ण बना सकते हैं, इसके लिए आज सनातन संस्था द्वारा प्रशंसनीय मार्गदर्शन हुआ ।’’