हल्द्वानी (उत्तराखंड) – यहां राष्ट्रध्वज से साइकिल स्वच्छ करनेवाले रफीक को बंदी बनाया !

राष्ट्रध्वज को जलाकर, फाडकर अथवा किसी अन्य प्रकार से उसका अनादर करनेवाले धर्मांध ही होते हैं, यह एक कडवा सत्य है । राष्ट्रप्रेमियों को लगता है कि ऐसी राष्ट्रद्रोही विकृति के विरुद्ध समय पर ही कठोर कार्रवाई करनी चाहिए !

जे.एन.यू. में श्रीरामनवमी की पूजा को लेकर अभाविप तथा साम्यवादी छात्रों के बीच मारपीट !

जे.एन.यू. विश्वविद्यालय में राष्ट्रद्रोही तथा हिंदुद्वेषी विचारधारा के छात्र एवं शिक्षकों की संख्या अधिक है। कांग्रेस के राज में इस प्रकार के लोगों को प्रोत्साहीत किया जाता था । अब भाजपा के राज में उन का तीव्र विरोध होने लगा है ।

हिजाब पहनने की मांग और उसके पीछे स्थित राष्ट्रद्रोही षड्यंत्र !

कर्नाटक के विद्यालय-महाविद्यालय आजकल स्वधर्म का वर्चस्व दिखानेवाली प्रयोगशालाएं बन गई हैं । ‘मुसलमान छात्राओं की हिजाब पहनेने की मांग उनका हठ है अथवा जिहाद का एक भाग है ?’, इसकी शंका होती है । इन विद्यालयों से धार्मिक कट्टरतावाद का बीज बोया जा रहा है ।

हिन्दुओं की दयनीय स्थिति : कारणमीमांसा एवं समाधान योजना

हिन्दुओं की दुर्दशा का प्रमुख कारण यह है कि वे अनेक शताब्दियों से शुद्ध राष्ट्रवादी, दूरदर्शी, झुझारू एवं प्रभावी नेतृत्व के अभाव में संघर्ष कर रहे हैं । परिणामस्वरूप आज मुख्य प्रवाह राजकीय लोकतंत्र, व्यवस्था एवं झूठी धर्मनिरपेक्षता के बंधन में विवश होकर कुंठित हो गई है ।