Andhra Pradesh Calvary Temple Church : आंध्र प्रदेश : गुंटूर में कलवरी मंदिर चर्च को ध्वस्त किया जाएगा !

  • चर्च में हर महीने ३ सहस्त्र हिन्दुओं का धर्मांतरण हो रहा था

  • अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने चर्च के बारे में प्राप्त शिकायतों की जांच के बाद यह आदेश जारी किया ।

गुंटूर (आंध्र प्रदेश) – आंध्र प्रदेश राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने गुंटूर जिले में कलवरी मंदिर चर्च को ध्वस्त करने का आदेश दिया है। यह चर्च पेदाकाकानी डिवीजन के नम्बुरु गांव में स्थित है। यह चर्च अवैध रूप से चलाया जा रहा था। यहां बड़ी संख्या में हिन्दुओं का धर्मांतरण किया जा रहा था। जांच के बाद यह बात सामने आई।

१. इस चर्च के विरुद्ध नवंबर २०२४ में प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया कि चर्च पंचायती राज, राजस्व, पुलिस और ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जैसे सरकारी विभागों की कानूनी अनुमति के बिना काम कर रहा था। यह भी आरोप लगाया गया है कि चर्च के पादरी डॉ. सतीश कुमार ने बिना टैक्स भरे लोगों से दान लेकर उन्हें लूटा ।

२. शिकायत के बाद जांच में पता चला कि चर्च अवैध रूप से काम कर रहा था और गरीब हिन्दुओं को किराने का सामान उपलब्ध कराकर तथा झूठे दावे करके उनका ईसाई धर्म में धर्मांतरण करा रहा था । अक्टूबर २०२४ में भाग्यनगर के पादरी डॉ.सतीश कुमार के नेतृत्व में कलवरी चर्च हर महीने लगभग ३ सहस्त्र हिन्दुओं को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर रहा था ऐसी खबरें थीं ।

पादरी डॉ.सतीश कुमार

३. पादरी डॉ. सतीश कुमार ने दावा किया कि उन्होंने अब तक ३ लाख ५० हजार से अधिक हिन्दुओं को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया है। यह बताया गया कि सतीश कुमार अगले १० वर्षों में पूरे भारत में ४० ऐसे चर्च स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।

४. २६ अक्टूबर २०२४ को ‘‘एक्स’ पर ‘ सी.बी.एन. न्यूज़ (द क्रिश्चियन ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क) द्वारा एक वीडियो प्रसारित किया गया। इस वीडियो में कलवरी टेम्पल चर्च के धर्मांतरण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई है। इसके बाद २८ अक्टूबर को ‘कानूनी अधिकार संरक्षण मंच’ ने ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि काकीनाडा जिला कलेक्टर के आदेश के बाद राजस्व अधिकारियों ने कलवारी मंदिर चर्च को जब्त कर लिया है। चर्च के खिलाफ कई आरोप हैं, जिनमें भूमि हडपना, संदिग्ध अनुबंधों के माध्यम से नए चर्चों का निर्माण करना, कानून का उल्लंघन करना आदि शामिल हैं।

कलवरी मंदिर चर्च की जानकारी

कैल्वरी टेम्पल चर्च की स्थापना २००५ में सतीश कुमार द्वारा की गई थी। कलवरी टेम्पल चर्च एशिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक है। इसके सदस्यों की संख्या ४ लाख से अधिक है। हर सप्ताह २० हजार से अधिक लोग इस चर्च में आते हैं। चर्च के अलावा, सतीश कुमार का संगठन ‘कलवरी बाइबल कॉलेज ‘, कलवरी चिकित्सालय और कलवरी स्कूल भी चलाता है।

(सौजन्य : The 700 Club)

ऐसा माना जाता है कि पादरी सतीश कुमार का आंध्र प्रदेश और अन्य जगहों की राजनीति सहित हर क्षेत्र में काफी प्रभाव है। सतीश कुमार का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ईसाई समुदायों में भी काफी प्रभाव है। वह मिशनरी कार्य के लिए अक्सर अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और कोरिया सहित विभिन्न देशों की यात्रा करते रहते हैं। २०१८ में तत्कालीन अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने ‘एक्स’ पर सतीश कुमार के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें प्रसारित की थीं। उन्होंने इस यात्रा को ‘प्रेरणादायक’ बताया।

संपादकीय भूमिका 

  • सिर्फ चर्च गिराने से बात नहीं रुकनी चाहिए, अपितु धर्मांतरण में शामिल पादरियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए, अन्यथा दूसरा चर्च बनाकर धर्मांतरण का काम जारी रहेगा !
  • धर्मनिरपेक्षतावादी इस तथ्य के बारे में क्यों नहीं बोलते कि चर्चों में हिन्दुओं का खुलेआम धर्मांतरण किया जाता है, जबकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है ? और सरकार धर्मांतरण विरोधी कानून क्यों नहीं बनाती ? ये सवाल हिन्दुओं के मन में उठते हैं !