
प्रयागराज, १९ जनवरी (संवाददाता) : देश में धर्मांतरण की घटनाएं बढ रही हैं । देश की सरकारें यदि लोगों को बिजली, पानी, भोजन आदि सुविधाएं देती, तो ये लोग धर्मांतरण नहीं करते । मनुष्य का दृष्टिकोण संकीर्ण नहीं, अपितु व्यापक होना चाहिए । सरकार ने पाठ्यक्रम की पुस्तकों में यदि वैदिक संस्कृति एवं धर्म की शिक्षा दी, तो देश में चल रहा अनाचार नष्ट होगा, ऐसा मार्गदर्शन मध्य प्रदेश के अन्नपुर जिले के अमरकंटक के पंचअग्निपीठ के प.पू. अग्निपिठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमद् रामकृष्णानंद महाराज ने किया ।
प.पू. अग्निपीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमद् रामकृष्णानंद महाराज ने कहा, ‘‘भगवान श्रीराम हमारे आदर्श हैं । रामराज्य की कल्पना की जानी चाहिए । सनातन धर्म के पथ पर चलने से जीवन का कल्याण होगा । महाकुंभ में जैसे सर्वत्र सनातन का विराट दर्शन होते हैं, क्या अन्य धर्म में वैसे दर्शन होते हैं ? हम सनातनी हैं । जो हमारे वनवासी भाई हैं, उन्हें हमें हमारे धर्म की तथा पूर्वजों की जानकारी देनी चाहिए । केवल धर्म ही व्यक्ति को जोड सकता है । देश में जातियों के मध्य का भेद नष्ट किया, तो सभी का आचरण अच्छा होगा ।’’
‘‘सनातन संस्था की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के उपरांत हम बहुत ही प्रसन्न हैं । सनातन संस्था के हिन्दूहित के लिए जो प्रयास चल रहे हैं, वो बहुत अच्छे हैं ।’’, ऐसा बोलकर प.पू. अग्निपीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमद् रामकृष्णानंद महाराज ने सनातन की प्रदर्शनी की प्रशंसा की । |