बांग्लादेश से घुसपैठ के लिए आतंकियों ने किया चिकित्सा एवं पर्यटक वीजा का प्रयोग !

क्या भारत आने से पूर्व, हमारी सरकारी यंत्रणाओं द्वारा उनकी पृष्ठभूमि की जांच नहीं की जाती है ? यदि होती है, तो ऐसे आतंकवादी देश में पहुंचते कैसे हैं ? इस गंभीर सुरक्षा चूक के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए !

‘खालिस्तान के लिए होनेवाले जनमत संग्रह को समर्थन करें !’

प्रतिबंधित संगठन की कार्यवाही चलते रहना, यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जास्पद ! ऐसे संगठनों को जड से नष्ट करने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाना आवश्यक है !

कश्मीर में ३ आतंकवादी मारे गए

कुपवाड के जुमागुंड गांव मे घुसखोरी करने का प्रयत्न कर रहे ३ आतंकवादियों को सुरक्षाबलोंने मार गिराया । ये तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी थे । इसके पूर्व २५ मई के दिन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए थे ।

भारत-पाक सीमापर २०० आतंकवादी घुसने के प्रयास में ! – लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

भारत  और कितने वर्ष जिहादी आतंकवाद सहन करेगा ? जिहाद के प्रायोजक पाक को समाप्त करना, यही इस समस्या का हमेशा के लिए उपाय है, यह स्वतंत्रता के उपरान्त सभी शासनकर्ताओं के ध्यान में न आना लज्जास्पद !

(कहते हैं) ‘आक्रमणकर्ता मुर्तजा मनोरोगी !’

समाजवादी पक्ष, यह जिहादी आक्रमणकारीयों का पक्ष लेनेवाला दल है ; ये समय- समय पर स्पष्ट हुआ है । इसी पक्ष के सत्ताकाल में कारसेवकों को गोलीयों से मारकर उनकी मृतदेहों को बडे-बडे पत्थर बांधकर शरयू नदी में फेंका गया था ।

कश्मीरी हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों के लिए कश्मीरी मुसलमानों को उनसे हाथ जोडकर क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल हाथ जोडकर क्षमा मांगने से कुछ नहीं होगा और कश्मीरी मुसलमान ऐसी क्षमा मांगेंगे, इसकी भी संभावना नहीं है । इसलिए अब केंद्र सरकार को ही अब प्रधानता लेकर इन अत्याचारों में संलिप्त मुसलमानों को दंड मिलने हेतु प्रयास करने चाहिए, तभी जाकर वास्तव में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय मिलेगा !

जम्मू-कश्मीर में शारदा मन्दिर के निर्माण का आरंभ !

मन्दिरों के निर्माण के साथ, उनका रक्षण होने के लिए, जिहादी आतंकवादियों के विरुद्ध प्रभावी उपाय करना आवश्यक है । इसके लिए, केन्द्र सरकार को प्रयत्न करना चाहिए ; ऐसी हिन्दुओं की इच्छा है !

काश्मिरी हिन्दुओं के नरसंहार की घोर यातना विश्‍व को समझना अत्यंत आवश्यक है !

आज इतने लंबे समय के उपरांत प्रसिद्ध दिग्दर्शक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने द कश्मीर फाइल्स चलचित्र के माध्यम से अत्याचारियों को विश्‍व के पर्दे पर दिखाने का प्रशंसनीय प्रयत्न किया है ।ं

भारत में हो रही आतंकवादी कार्यवाहियां एवं उस पर एकमात्र समाधान योजना !

प्रसार माध्यमों के अनुसार, पाकिस्तानी एवं खलिस्तानी आतंकवादी प्रत्येक बार किसी न किसी निमित्त से भारत में अशांति निर्माण करने का प्रयत्न करते हैं । इससे भारतीय सुरक्षा तंत्र बब्बर खालसा, इंटरनेशनल खालिस्तानी कमांडो फोर्स, यूथ फेडरेशन जैसी अनेक आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों पर कडी निगरानी रखे है ।