गुवाहाटी (असम) – बांग्लादेश के जिहादी आतंकवादी भारत में प्रवेश करने के लिए चिकित्सा एवं पर्यटन वीजा का उपयोग कर रहे हैं । असम पुलिस द्वारा हाल ही में बंदी बनाए गए कुछ जिहादी आतंकियों से पूछताछ में यह उजागर हुआ है । इसके पूर्व, हरकत-उल-मुजाहिदीन के बंदी बनाए गए अनेक सदस्यों को पाकिस्तान से बांग्लादेश तथा उसके उपरांत, असम के रास्ते भारत में घुसपैठ करते पाया गया था ।
बांग्लादेश सीमा से भारत में घुसपैठ बढी !
सीमा सुरक्षा बल की नवीनतम जानकारी के अनुसार, गत वर्षों की तुलना में, वर्ष २०२१ में भारत में सबसे अधिक घुसपैठ बांग्लादेश तथा पाकिस्तान से हुई है । २०१७ से २०२१ की कालावधि में ६ सहस्र ७१२ घुसपैठिए पकडे गए । इनमें से २६८ घुसपैठिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ करते हुए पकडे गए । वर्ष २०२१ में, पाकिस्तान की सीमा से ४५ तथा बांग्लादेश की सीमा से १ सहस्र ५८३ घुसपैठिए पकडे गए हैं ।
संपादकीय भूमिका
क्या भारत आने से पूर्व, हमारी सरकारी यंत्रणाओं द्वारा उनकी पृष्ठभूमि की जांच नहीं की जाती है ? यदि होती है, तो ऐसे आतंकवादी देश में पहुंचते कैसे हैं ? इस गंभीर सुरक्षा चूक के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए !