Sambhal Masjid Survey : (और इनकी सुनिए…) ‘संभल मस्जिद का सर्वेक्षण ब्यौरा सार्वजनिक न करें !’
संभल की मस्जिद पूर्व में मंदिर था, इस सर्वेक्षण से यह स्पष्ट होने के कारण ही मुसलमान पक्ष ऐसी मांग कर रहे हैं, यह ध्यान में लें !
संभल की मस्जिद पूर्व में मंदिर था, इस सर्वेक्षण से यह स्पष्ट होने के कारण ही मुसलमान पक्ष ऐसी मांग कर रहे हैं, यह ध्यान में लें !
यदि ऐसे उद्दंड मुसलमान नेताओं पर सरकार ने अभी समय रहते ही कडी कार्यवाही नहीं की, तो भविष्य में पूरा भारत ही वक्फ की भूमि है, ऐसा कहने में भी वे आगेपीछे नहीं देखेंगे !
महाकुंभ हिन्दूओं का एक बडा पर्व है। इसे कलंकित करने के लिए मुसलमान नेता और उनकी संस्थाएं किस प्रकार से प्रयास कर रही हैं, यह इससे स्पष्ट होता है।
‘सिटीजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस’ इस संगठन ने जानबूझकर केवल हिन्दुत्ववादी संगठनों और नेताओं के विरुद्ध शिकायतें करना तथा उनपर झूठे आरोप लगाए हैं ।
यदि किसी मस्जिद या दरगाह पर किसी ने ‘ॐ’ या ‘श्री’ जैसे पवित्र चिन्ह लिख दिए होते, तो क्रोध व्यक्त करने के बजाय ‘सर तन से जुदा’ (सिर काटने) के नारे लगाए जाते। केवल बरेली या उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरा देश जल उठा होता। यह सच्चाई है !
इससे पूर्व गुप्तचरों द्वारा महाकुंभपर्व में घातपात कराने का प्रयास किए जाने की जानकारी दी जा रही थी । उस दृष्टि से पुलिस को ऐसी धमकियों की ओर गंभीरता से देखकर सतर्क रहना तथा ऐसे लोगों की खोज कर उन पर कठोर कार्यवाही करना आवश्यक है !
इससे पता चलता है कि भारत में दंगे कौन और क्यों करता है ! ‘ भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं ‘ कहने वाले ऐसी घटनाओं पर चुप रहते हैं !
अत्याधुनिक तंत्रज्ञान का उपयोग कर मुसलमान, ईसाई, साम्यवादी आदि हिन्दू धर्म के शत्रुओं से दो हाथ करने हेतु ‘अमेरिकन हिन्दू अगेन्स्ट डिफेमेशन’ ने उठाया यह कदम अनुकरणीय एवंं स्वागतार्ह है । इसके निमित्त उनका अभिनंदन !
यदि उन्हें कठोर दंड देने का प्रयास करेंगे, तो ही केवल अन्य लोग डरेंगे !
हिन्दुओं को कष्टदायी सिद्ध होनेवाली चीजें रद्द करने हेतु हिन्दुओं का प्रभावी संगठन न होनेसे संतों को मार्ग पर आना पड रहा है, यह जन्महिन्दुओं के लिए लज्जाजनक !