Tamilnadu Heavy Rains : तमिलनाडु में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ जैसी स्थिति : ४ जिलों के विद्यालयों में अवकाश ! 

राज्य के थुथुकुडी जिले के कोविलपट्टी शहर के आसपास की नदियां और तालाब पूरे भरकर बह रहे हैं ।

तमिलनाडु की द्रमुक सरकार का मंदिरों का ‘स्थलपुराण’ बदलने का हिन्दूद्वेषी निर्णय !

‘स्थलपुराण’ यह संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ ‘प्रादेशिक इतिहास’ होता है । किसी एक परिसर, मंदिर अथवा क्षेत्र की ऐतिहासिक और धार्मिक जानकारी इनकी जानकारी होती है ।

श्रीलंका की नौसेना ने बंदी बनाए २५ भारतीय मछुआरे !

श्रीलंका बार-बार भारतीय मछुआरों को बंदी बनाता रहता है । ऐसी घटनाएं रोकने के लिए भारत सरकार को अबतक प्रयत्न कर लेना चाहिए था । ऐसा क्यों नहीं हो पा रहा है, यह प्रश्न जनता के मन में उठ रहा है ।

Michaung Cyclone : तमिलनाडू में चक्रवात मिचोंग चक्रवाती तूफान के कारण भारी वर्षा

चेन्नई नगर में अनेक स्थानों पर बाढ जैसी स्थिति
हवाई अड्डे पर हवाई यातायात बंद 

Corrupt ED : तमिलनाडु में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी को २० लाख रुपए की रिश्वत लेते बंदी बनाया 

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी अंकित तिवारी को दिंडीगुल के एक सरकारी डॉक्टर से ५१ लाख रुपए की रिश्वत में से २० लाख रुपए का पहला हफ्ता लेते समय रंगेहाथ बंदी बनाया ।

ईश्वर द्वारा प्रार्थना पूरी न किए जाने पर मंदिर में पेट्रोल बम फेंकनेवाले को बंदी बनाया !

मुरलीकृष्णन ने पुलिस को बताया, ‘मेरी प्रकृति ठीक नहीं है, मेरी प्रकृति ठीक हो इसके लिए मैं ईश्वर को प्रतिदिन प्रार्थना करता था । परंतु ईश्वर ने मेरी प्रार्थना पूरी नहीं की । इसलिए मैंने क्रोध से मंदिर पर आक्रमण किया ।’

चेन्नई में ‘वाईफ स्वैपिंग’ पार्टी के नाम पर चलनेवाला वेश्याव्यवसाय पुलिस ने किया बंद !  

पाश्चात्यों का अंधानुकरण करनेवाले भारतीय कितने निचले स्तर पर जा रहे हैं, यही इससे ध्यान में आता है ! समाज की नैतिकता का प्रतिदिन अधिकाधिक पतन हो रहा है । यह स्थिति समाज को विनाश की ओर ले जाने के लिए कारणीभूत हो, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

HR & CE ministry BJP Tamilnadu : तमिलनाडु में चुने जाने पर हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय दान मंत्रालय (Hindu religious and charitable endowment ministry)बंद करेंगे ! – भाजपा

यह मंत्रालय मंदिरों के सरकारीकरण के लिए उत्तरदायी !
मंदिर के बाहर के पेरियार के पुतले भी हटाने का आश्वासन !

किसी को भी किसी भी विचारधारा को नष्ट करने का अधिकार नहीं है! – मद्रास उच्च न्यायालय

जनसामान्य का विचार है कि माननीय न्यायालय को मात्र फटकार लगाकर, निंद्य कृति करने वालों इस प्रकार छोडना नहीं चाहिए, बल्कि संबंधित पुलिस के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने और आरोपियों को बंदी बनाने का आदेश भी देना चाहिए !

फेरी के मार्ग पर मस्जिद और चर्च होने के कारण रा.स्व. संघ को अनुमति न देना धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध !

हिन्दूद्वेष और हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को दबाना अर्थात धर्मनिरपेक्षता’ ऐसी व्याख्या देश में तथाकथित निधर्मीवादी और आधुनिकतावादियों की है । इस पर ही न्यायालय का बोलना सोनार द्वारा कान छेदने समान है ! ऐसा होने पर भी ऐसे गेंडे की खाल वाले लोगों में बदलाव होने की संभावना नहीं, यह भी उतना ही सत्य है !