लेबनान की ईसाई महिला भारत के मंदिर में बनी पुजारी !

लेबनान यह मध्य पूर्व का एक मुसलमान बाहुल्य देश है । वहां ईसाइयों की जनसंख्या ३२% है । इस देश की हनीन नाम की एक ईसाई महिला तमिलनाडु के कोयंबटूर में ‘ईशा योग केंद्र’ के मां लिंग भैरवी मंदिर की पुजारिन बनी है ।

श्रीलंका में भारतीय मछुआरों को छुडाने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का विदेशमंत्री को पत्र

श्रीलंका में भारतीय मछुआरों को छुडाने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने केंद्रीय विदेशमंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है । उन्होंने जयशंकर को इस प्रकरण में त्वरित हस्तक्षेप करने की विनती की है ।

४० वर्ष पश्चात पुनः भारत-श्रीलंका के बीच नौका सेवा आरंभ  !

भारत-श्रीलंका संबंधों को अधिक दृढ बनाने का यह एक महत्त्वपूर्ण कदम ! – प्रधानमंत्री मोदी

तमिलनाडु का पर्वत जिस पर प्राचीन हिन्दू मंदिर है, उसका ईसाई नामांतरण करने की मांग का हिन्दुओं ने किया विरोध !

हिन्दू  राष्ट्र की आवश्यकता क्यों है ?, हिन्दुओं को कब ध्यान में आएगा कि ऐसी घटनाएं निरंतर यही दर्शा रही हैं ?

चैन्‍नई (तमिलनाडु) में अनधिकृत रूप से निर्माण की गई मस्‍जिद से नाम की पट्‍टी हटाई !

हिन्‍दू संगठन केवल पट्‍टी हटाने तक रूकें नहीं, अपितु वे अवैध मस्‍जिद पर कार्रवाई होने के लिए भी प्रयास करें !

सनातन धर्म नष्ट करने की बातें करनेवाले उदयनिधी की बहन ने मंदिर में जाकर किया दर्शन  !

सेंथमराई के भाई उदयनिधी ने ‘सनातन धर्म को नष्ट करने के वक्तव्य से सेंथमराई मंदिर में राजनीतिक स्तर पर चर्चा की होने लगी है ।

पुडुचेरी भाजपा के २ विधायकों द्वारा हडपी मंदिर की भूमि वापस करें !

हिन्दुओं के मंदिरों की भूमि ईसाई जनप्रतिनिधि हडपते हैं, यह ध्यान में लें ! ऐसों पर तत्काल अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारागार में डालना आवश्यक है !

मेरे चलचित्र के हिन्दी संस्करण के प्रमाणपत्र के लिए साढे छः लाख रुपए की घूस देनी पडी !

अब ऐसा प्रश्न उठ रहा है, ‘हिन्दुओं के देवताओं का अनादर करनेवाले चलचित्रों को इस मंडल द्वारा प्रमाणपत्र दिए जातें हैं एवं हिन्दुओं के विरोध करने पर उसकी प्रविष्टि भी नहीं की जाती, क्या उस समय भी इसी प्रकार घूस लेकर इन चलचित्रों को सम्मति दी जाती है ?’ !

सरकार किसी की भी परंपरा में हस्तक्षेप करने का प्रयास न करे !

देश के हिन्दुओं की अपेक्षा है कि देश के मंदिरों का सरकारीकरण रोक कर सभी मंदिर सरकारीकरण मुक्त करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को कानून बनाना चाहिए !

राष्ट्रपति विधवा और आदिवासी होने से उन्हें संसद भवन के उद्घाटन में न बुलाना, यह सनातन धर्म है क्या ? 

प्रत्येक बात को सनातन धर्म से जोडने का प्रयास करनेवाले उदयनिधि को सनातन धर्म द्वेष की चिंता हुई है, ऐसा ही इससे दिखाई देता है !