चेन्नई – तमिलनाडु राज्य के सभी हिन्दू मंदिरों का ‘स्थलपुराण’ बदलकर इसे पुनः लिखने की योजना सरकार ने बनाई है । इसके लिए एक समिति स्थापित की गई है । ‘प्राचीन काल में -सर्वोत्कृष्ट स्थापत्य कला हिन्दुओं की सरकार ने की थी । विविध मंदिरों की रचना यह स्थापत्य कला का उत्तम उदाहरण है । इस स्थापत्य कला से हिन्दुओं का संबंध नष्ट करने का सरकार का षड्यंत्र है’, ऐसा हिंदुओं का कहना है ।
‘स्थलपुराण’ अर्थात क्या ?‘स्थलपुराण’ यह संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ ‘प्रादेशिक इतिहास’ होता है । किसी एक परिसर, मंदिर अथवा क्षेत्र की ऐतिहासिक और धार्मिक जानकारी इनकी जानकारी होती है । संबंधित मंदिर, परिसर अथवा क्षेत्र के विषय की जानकारी हस्तलिखित स्वरूप में अथवा संबंधित क्षेत्र से जुडे धार्मिक ग्रंथो में मिलती है । |
संपादकीय भूमिकाद्रमुक सरकार तमिलनाडु की हिन्दू परंपरा और संस्कृति नष्ट करने का प्रयास कर रही है । हिन्दू बहुसंख्यक भारत में ऐसी पार्टी किसी राज्य का कार्यभार देख रही है, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! |