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चेन्नई (तमिलनाडु) – राज्य के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने भाजपा सत्ता में आनेपर क्या करेगी ?, इस संदर्भ में महत्त्वपूर्ण वक्तव्य दिया है । श्रीरंगम् में निकाले मार्च के समय उन्होंने घोषित किया कि हमारे सत्ता में आते ही ‘हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय दान मंत्रालय (हिन्दू रिलिजियस अँड चैरिटेबल एन्डोअमेंट/Hindu religious and charitable endowment ministry)बंद किया जाएगा । इस मंत्रालय के माध्यम से ही तमिलनाडु के सहस्रों प्राचीन हिन्दू मंदिरों का सरकारीकरण किया गया है । जब हम सत्ता में आएंगे, तब यह मंत्रालय नहीं रहेगा ।
अन्नामलाई ने आगे कहा,
१. राज्य में भाजपा की सत्ता आते ही मंदिरों के बाहर के पेरियार के पुतले हटाए जाएंगे । उन्होंने वर्ष १९६७ की एक घटना का संदर्भ देते हुए कहा कि जब द्रमुक सत्ता में आई, तब उन्होंने मंदिरों के बाहर फलक लगाए थे, जिसमें लिखा था, ‘जो ईश्वर का आज्ञापालन करते हैं, वे मूर्ख होते हैं । जो ईश्वर पर विश्वास करते हैं, उनको ठगा जाता है । इसलिए ईश्वर की पूजा न करें !’ (द्रमुक की हिन्दूद्वेषी मानसिकता समझ लें – संपादक)
२. श्रीरंगम् की भूमि से हम आपको वचन देते हैं कि सत्ता में आनेपर हमारा पहला काम ध्वजस्तंभ को उखाडकर फेंक देना होगा । इसके स्थानपर हम अल्वार और नयनार जैसे तमिल संतों के पुतले खडे करेंगे । महान तमिल संत थिरुवल्लुवर का पुतला भी खडा किया जाएगा ।
संपादकीय भूमिकाऐसा करने की अपेक्षा हिन्दुओं को लगता है कि भाजपा सरकार को एक अध्यादेश पारित कर संपूर्ण भारत के मंदिर ही सरकारीकरण से मुक्त करने चाहिए ! |