Exclusive : पाक में तालिबान के विरोध में बोलना भी ईशनिंदा ही है ! – राहत ऑस्टिन, मानवाधिकार कार्यकर्ता, पाकिस्तान

पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के विरोध में एक शब्द भी न बोलनेवाले हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होने पर ‘अभिव्यक्ति स्वतंत्रता’ की खुराक देते हैं । हिन्दुओं, ऐसे लोगों हिन्दूद्वेष जानें एवं उनका वैधानिक मार्ग से विरोध करें !

जब तक भारत में हिन्दू बहुसंख्यक हैं, तब तक ही संविधान, धर्मनिरपेक्षता, कानूनव्यवस्था बनी रहेगी ! – गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल

इसे स्थायी रुपसे बनाए रखने के लिए, भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित कर, देश में समान नागरिक कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून आदि कानून बनाने का कोई विकल्प नहीं है !

कोरोना का छद्म परीक्षण ब्योरा प्रस्तुत करने के  प्रकरण में ७ धर्मांध गिरफ्तार !

देश में ऐसा एक भी आपराधिक कृत्य नहीं है, जो धर्मांध नहीं करते !

बिहार में ईसाई धर्मप्रसारकों द्वारा पिछले ३ वर्षाें में १० सहस्र हिन्दुओं का धर्मांतरण !

अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोग धर्मांतरण के सर्वाधिक चपेट में !

हॉटस्टार पर इस्लामी आक्रमणकारी बाबर पर आधारित ‘द एम्पायर’ वेबसीरीज का प्रसारण !

भारत की अस्मिता को कलंकित करनेवाले बाबर का उदात्तीकरण !
भारत के इतिहास का विकृतिकरण करने की योजना !

हिन्दू धर्म एवं हिन्दुओं की सदैव आलोचना करनेवाली स्वरा भास्कर ने विविध धार्मिक विधि कर किया गृहप्रवेश !

हिन्दू धर्म की आलोचना करनेवाले और हिन्दुओं को ‘आतंकी’ बोलनेवाले चाहे कितनी भी पूजा-अर्चना क्यों न करें; परंतु तब भी उनके पाप नहीं धुलेंगे, यह उन्हें ध्यान में लेना होगा !

अफगानिस्तान के शरणार्थी, उइगर मुसलमान भय की छाया में !

चीनी दबाव के कारण तालिबानी आतंकवादी उइगर मुसलमानों को चीन की हिरासत में देने की संभावना !

धर्मसत्ता की स्थापना करने के लिए संगठित हो रहे हैं देश के साधु एवं संत ! – भूतपूर्व आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा

धर्मसत्ता एवं राजसत्ता एक साथ चलते हैं । स्वतंत्रता के पश्चात राजसत्ता की स्थापना हुई ; परंतु, धर्मसत्ता स्थापित नहीं हो सकी ।

असम में आतंकियों ने ७ ट्रकों में लगाई आग !

आसाम के दिमा हसाओ जिले के दियुंगबार के पास आतंकवादियों ने ७ ट्रकों में आग लगा दी, जिसमें पांच ट्रक चालकों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई ।

(कहते हैं) ‘आतंकवाद से मिली सत्ता को हम टिका कर दिखायेंगे !

तालिबान ने अफगानिस्तान में पहले भी सत्ता स्थापित की थी, किन्तु वह ५ वर्ष से अधिक नहीं टिक सकी, यह इतिहास है। तालिबान को इसे सदा स्मरण रखना चाहिए !