दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन के स्थान पर एक युवक की अमानुषिक हत्या !

सिखों के धर्मग्रंथ ‘श्री गुरू ग्रंथ साहिब’ का अपमान करने के आरोप में हत्या

कुरान, श्री गुरूग्रंथ साहिब आदि का अपमान करने पर सीधे कानून को हाथ में लिया जाता है, तो हिन्दुओं के धर्मग्रंथ, देवताओं का अपमान होने पर सभी कैसे शांत रहते हैं ! हिन्दुओं ने यदि वैधानिक मार्ग से विरोध करने का प्रयास किया, तो अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर यह विरोध दबाया जाता है ! अब इस घटना के विषय में सभी धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी शांत हैं, यह ध्यान दें ! – संपादक

नई दिल्ली – पिछले कुछ महीनों से दिल्ली की सिंधु सीमा पर किसान केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं । इस स्थान पर सिखों का पवित्र धर्मग्रंथ ‘श्री गुरू ग्रंथ साहिब’ का अपमान करने के आरोप में एक सिख ने एक व्यक्ति के पहले हाथ और पैर काटकर बाद में उसकी हत्या कर दी । किसान आंदोलन के मुख्य स्थल के बैरिकेट पर युवक का मृतदेह लटका हुआ मिला । मृत युवक अमृतसर के तरन तारन का बताया जा रहा है । सिख योद्धा के रूप पहचाने जाने वाले ‘निहंग’ समूह पर इस युवक की हत्या का आरोप है । इस हत्या के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं ।

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची । पुलिस को विरोध का सामना भी करना पडा; परंतु इस परिस्थिति में भी स्थिति को देखते हुए पुलिस ने मृतदेह को अपने कब्जे में लिया, साथ ही अज्ञात हत्यारों के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया ।