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गुरुग्राम (हरियाणा) – यहां कुछ दिन पहले सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढी़ गई थी । इसके लिए हिन्दुओं की ओर से विरोध करने पर हिन्दू और मुसलमानों के बीच तालमेल बिठाकर नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई । इस विषय में गुरुग्राम पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि, सार्वजनिक स्थल पर नमाज पढने के विषय में हिन्दू और मुसलमानों के बीच चर्चा कर नमाज पढने का निर्णय लिया गया है । धार्मिक सद्भाव और शांति बनाए रखना हमारा दायित्व है । (हिन्दू बहुसंख्यक देश में अल्प संख्यकों के कारण तनावग्रस्त हुआ वातावरण शांत और सौहार्द्रपूर्ण करने के लिए हमेशा हिन्दुओं को ही पीछ हटना पडता है, यह ध्यान दे ! – संपादक)
‘Can we encroach public land by mutual understanding?’ Gurugram Police’s justification for public namaz sparks outragehttps://t.co/VGQY1hiiR0
— OpIndia.com (@OpIndia_com) September 29, 2021
पुलिस के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया में टिप्पणियां हो रही है । ‘पुलिस लोगों का विरोध होते हुए सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढने को कैसे सही बता सकती है ?’ ऐसा प्रश्न पूछा जा रहा है । कुछ लोगों ने कहा कि, मस्जिद में नमाज नहीं पढ सकते क्या ? तालमेल कर सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण करना सही है क्या ? यदि प्रशासन इस प्रकार की अनूमति देता है, तो कल को हनुमान चालीसा और पूजा करनी भी शुरू करनी चाहिए । इस्लामी देशों में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढना गलत माना जाता है । इसके साथ ‘जिन हिन्दुओं ने तालमेल किया, उन्होंने अन्य हिन्दुओं से चर्चा की थी क्या ?’ ऐसे प्रश्न भी पूछे जा रहे हैं । (२.१०.२०२१)