मुंबई बन रही है मुसलमानबहुल !
क्या यह हिन्दूबहुल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के लिए संकट का संकेत नहीं है ?, इस पर सभी हिन्दू गंभीरता से विचार करें !
क्या यह हिन्दूबहुल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के लिए संकट का संकेत नहीं है ?, इस पर सभी हिन्दू गंभीरता से विचार करें !
‘आदिपुरुष’ प्रभु श्रीरामपर आधारित आगामी चित्रपट का ‘टीजर’ प्रकाशित हुआ, जिस पर अनेक आपत्तियां दर्शाई जा रही है । कुछ लोग इस चित्रपट का समर्थन भी कर रहे हैं ।
‘हम अलग दिखते हैं, हम एक-दूसरे के नहीं हैं तथा हमें हमारा अलग चाहिए; यह अनुचित विचार है । हमने इन अनुचित विचारों का दुखद परिणाम देखा है । ऐसे विचारों के कारण भाई बिछड गया, भूमि बांटी गई; साथ ही धर्म एवं संस्थाएं मिट गईं ।
धर्मप्रेमी हिन्दुओं द्वारा तत्परता से किए गए विरोध का परिणाम ! ऐसी संगठित भावना एवं तत्परता हिन्दुओं को प्रत्येक आघात के समय दिखानी चाहिए !
प्रभु श्रीराम पर बनाए बहुतांश दूरदर्शन धारावाहिक एवं चलचित्रों की कथाओं में श्रीराम को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ दिखाया गया है, परंतु ‘आदिपुरुष’ चलचित्र में प्रभु श्रीराम के पराक्रमी स्वरूप के दर्शन होनेवाले हैं, ऐसा चलचित्र के दिग्दर्शक ओम राऊत ने बताया है ।
मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या पर ‘बुलेट’ नामक एक चित्रपट जल्द ही आने वाला है । महा. गांधी पर ३ गोलियां चलने की बात कही जाती है । प्रत्यक्ष में उनके ऊपर ४ गोलियां चलाई गई थीं । यह चौथी गोली पंडित नाथूराम गोडसे की बंदूक से नहीं चली थी ।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गुमनाम दूरभाष द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई है । विस्फोट कर एकनाथ शिंदे को जानसे मारने हेतु षड्यंत्र रचे जाने की जानकारी भी गुप्तचर विभाग को प्राप्त हुई है ।
विवाह के उपरांत हिन्दू धर्मी पत्नी इस्लाम समान आचरण न करने के कारण चेंबूर के इक्बाल महमम्द शेख नामक मुसलमान युवक ने मार्ग के मध्य में गला काटकर उसकी हत्या कर दी ।
प.पू. श्रीकानिफनाथों के ग्रंथ समान शेष आठों नाथों के स्वतंत्र ग्रंथों की निर्मिति कर, उन्हें भी पांच भाषाओं में श्रद्धालुओं के हाथों में देने का संकल्प श्री. मिलिंद चवंडके ने लिया है । नवनाथों के ग्रंथ का स्वतंत्र लेखन प्रथम बार होने से हम सभी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षीदार बनेंगे ।
सनातन संस्था ने प्रसिद्धी पत्रक में कहा है कि, ‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध, यह ‘गजवा-ए-हिन्द’ अर्थात भारत को ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने के स्वप्न संजोनेवाले जिहादी मानसिकता को तमाचा है ।