‘ईश्वर अवतार नहीं लेता, पुनर्जन्म एवं मोक्ष, ये कल्पनाएं सत्यशोधक समाज की सीख है!’ – शरद पवार, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रवादी काँग्रेस

हिन्दू धर्म में कर्मफल न्याय का सिद्धांत एवं मोक्ष के विषय में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने भगवद्गीतामें बताया है । ऐसा होते हुए भी उसे नकारनेवाले स्वयं को कितना समझदार समझते होंगे, इसकी कल्पना करें ! हिन्दू धर्म के विषय में ऐसा बोलनेवाले इसप्रकार इस्लाम के विषय में बोल सकते हैं क्या ?

‘पी.एफ.आइ’ के महाराष्ट्र अध्यक्ष को संभाजीनगर से नियंत्रण में लिया गया ।

देश के विरुद्ध कार्यवाही करनेवाले देशविरोधी होने के कारण उन्हें आजन्म कारावास का कठोर दंड दिया जाना चाहिए !

पुणे में जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा !

देश विरोधी जिहादी संगठन पीएफआई का समर्थन कर देश विरोधी घोषणाएं करनेवालों को अब मृत्यु दंड देना आवश्यक !

मुंबई में विद्यालय में पढनेवाले विद्यार्थियों को नशे का पदार्थ बेचने वाली मुसलमान महिला को बंदी बनाया गया !

अल्पसंख्यक कहलाने वाले मुसलमान अपराधी कार्यवाहियों में हमेशा आगे रहते हैं, यह ध्यान में ले !

नवरात्रि और दीपावली में महंगाई बढने के संकेत; रुपए का अवमूल्यन !

आने वाले समय में महंगाई और बढने की संभावना है । २२ सितंबर के दिन शेयर बाजार आरम्भ होने पर भारतीय रुपए का बडी मात्रा में अवमूल्यन हुआ । आने वाले समय में एक अमेरिकी डॉलर के लिए ८०.२८ रुपए देने होंगे ।

प.पू. भक्तराज महाराजजी की पत्नी वात्सल्यमूर्ति प.पू. जीजी की देहत्याग (प.पू. (श्रीमती) सुशीला कासरेकर) !

सनातन संस्था के श्रद्धास्थान प.पू. भक्तराज महाराजजी की (प.पू. बाबा की) धर्मपत्नी एवं पू. नंदू कसरेकर की माताश्री प.पू. जीजी (प.पू. (श्रीमती) सुशीला कसरेकर) (वय ८६ वर्ष) ने १८ सितंबर को दोपहर २ बजे नासिक में अपने छोटे सुपुत्र श्री. रवींद्र कसरेकर के घर देहत्याग किया ।

गढचिरोली में खराब मार्ग के कारण ८ माह की गर्भवती आदिवासी महिला की मृत्यु !

देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के ७५ वर्ष उपरांत भी गढचिरोली जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी तक मार्ग न बनाए जाना सर्वपक्षों के लिए लज्जाजनक !

अल्पवयीन लडकियों का लैंगिक शोषण करनेवाले मौलवी को कर्जत में बंदी !

इस बात की ओर ध्यान दीजिए कि हिन्दूु संतों पर इस प्रकार के आरोप लगाकर कार्यवाही होने के पश्चात उनके विरुद्ध विष वमन करनेवाले प्रसारमाध्यम इस संदर्भ में चुप क्यों हैं ?