राष्ट्रीय कीर्तनकार ह. भ. प. चारुदत्त आफळे के कार्यक्रम का ‘आईआईटी मुंबई’ में विरोध !
यह महाविद्यालय तथा शैक्षणिक संस्थानों में शहरी नक्सलवाद के पैर जमाने का एक उदाहरण है । देश तथा हिन्दुत्व के विरुद्ध लगातार कार्य करने वालों का वैचारिक रूप से विरोध करना आवश्यक है !