मुंबई – लोकतांत्रिक बांग्लादेश में आज हिन्दुओं की जो दयनीय स्थिति हो गई है, वह भारत के हिन्दुओं के लिए खतरे की घंटी है, ऐसा प्रतिपादन सेवानिवृत्त कमांडर (डॉ.) भूषण दिवाण ने यहाँ किया। विश्व हिंदू परिषद की स्थापना के ६० वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जोगेश्वरी में १ सितंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में वह बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में हिन्दूओं को चुन-चुन कर मारा जा रहा है। हिन्दूओं पर अन्याय करते समय यह नहीं देखा जाता कि वह ब्राह्मण, वैश्य, शूद्र, जाट, मराठा हैं, बल्कि यह देखकर अन्याय किया जा रहा है कि वे केवल हिन्दू हैं। ऐसी ही स्थिति अगले कुछ वर्षों में भारत में भी आ सकती है। इसलिए हमें हिन्दूओं को ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय, जाट, मराठा आदि जातियों में न बंटकर एक हिन्दू के रूप में संगठित रहना आवश्यक है। हिन्दू किसी पर भी आक्रमण नहीं करता। ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ जैसी हिन्दुओं की उदार भावना है; लेकिन इसका अनुचित लाभ उठाकर कोई हमें समाप्त करने आ रहा है, तो उसका सामना करने के लिए हमें तत्पर रहना चाहिए। हिन्दू श्री भवानी माता के बच्चे हैं। हिंदू किसी को छेडता नहीं; लेकिन यदि उसे छेडा गया, तो वह छोडता नहीं।