कन्हैय्यालाल की हत्या के पीछे पाकिस्तान के जिहादी संगठन ‘दावत-ए-इस्लामी’ का हाथ !
भारत में इस संगठन पर तुरन्त बंदी डालो और उसके कार्यकर्ताओं को कारागृह में बंदी बनाओ !
भारत में इस संगठन पर तुरन्त बंदी डालो और उसके कार्यकर्ताओं को कारागृह में बंदी बनाओ !
दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में राष्ट्र और धर्म के लिए क्रियाशील होने का हिन्दुओं से आवाहन !
बांदा (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के बांदा में ‘फ्री फायर’ ऑनलाइन खेल खेलते समय धर्मांध युवक ने एक अवयस्क हिन्दू लडकी से मित्रता की । यह युवक इस अवयस्क लडकी को लालच दिखाकर कोशांबी लेकर गया और उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसका बलात्कार किया । इसके उपरांत धर्मपरिवर्तन करने के लिए उसे लेकर मदरसे … Read more
जिनकी शारीरिक क्षमता है, वह देह से, बौद्धिक क्षमता है वह बुद्धि से, इस प्रकार सभी को स्वयं की क्षमता के अनुसार हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए योगदान देना आवश्यक है । केवल भाषण देकर नहीं, तो प्रत्यक्ष योगदान देकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी । समाज परिवर्तनशील है ।
आज देश में प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन कर, उन्हें ईसाई अथवा मुसलमान बनाया जा रहा है । अनेक राज्यों में भले ही धर्मपरिवर्तन विरोधी कानून हो, तब भी प्रतिदिन भारी मात्रा में हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन कर भारत को तोडने का षड्यंत्र हो रहा है ।
ईसाई जब हिन्दुओं का धर्मांतरण करते हैं, तब वे उनमें राष्ट्रविरोधी भावना उत्पन्न करते हैं । उनकी यह नीति केवल भारततक सीमित नहीं है, अपितु ईसाई जिस देश में जाते हैं, वहां वे यही नीति अपनाते हैं ।
पिल्लई संत घोषित होनेवाले पहले भारतीय हैं। इस समय भारतीय समुदाय ने तिरंगा झंडा लहराकर आनंदाेत्सव मनाया।
ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? सरकार को स्वयं ही कार्रवाई करनी चाहिए !
कई बार ऐसा दिखाई देता है कि मुसलमान से प्रेम करनेवाली हिन्दू महिला पहले अपना धर्म बदलती है । किसी मौलवी के पास ले जाकर उसका धर्मांतरण किया जाता है । उससे कोई सत्य प्रतिज्ञापत्र लिया जाता है, जिस पर लिखा होता है, ‘मैं अपनी इच्छा से धर्म बदल रही हूं और मेरे माता-पिता के पास जाने की मेरी इच्छा नहीं है ।
विश्व के किसी भी देश में अल्पसंख्यकों को बहुसंख्यकों से धर्मपरिवर्तन का भय होता है; परंतु भारत में यह स्थिति उल्टी है । यहां अल्पसंख्यक नहीं, अपितु बहुसंख्यक लोग अपने धर्म की रक्षा के लिए धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग कर रहे हैं ।