Pope Francis : मदिरा अर्थात ईश्वरीय देन ! – पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस ने इस समय वाईन उत्पादकों को उनसे संबंधित नैतिक दायित्व निभाने का एवं मदिरापान जैसी अच्छी आदतों को प्रोत्साहन देने के लिए कहा है ।
पोप फ्रांसिस ने इस समय वाईन उत्पादकों को उनसे संबंधित नैतिक दायित्व निभाने का एवं मदिरापान जैसी अच्छी आदतों को प्रोत्साहन देने के लिए कहा है ।
ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने पादरियों को समलैंगिक विवाह करनेवालों को आशीर्वाद देने की अनुमति दी है । इसका उद्देश्य चर्च कोअधिक सर्वसमावेशी बनाना है ।
पोप फ्रान्सिस ने दी पादरियों को सूचना !
चर्च की परिवर्तित भूमिका पर कुछ पादरियों ने उठाए प्रश्न!
फ्रांसिस ने २९ अप्रैल को हंगेरी की यात्रा पर रहते हुए जेसुइट्स में बोलते समय यह आरोप लगाया है । जेसुईट्स रोमन कैथॉलिक चर्च के वरिष्ठ नागरिकों (बुजुर्गों) का एक संघ है ।
ईसाइयों के सर्वाेच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने चर्च के पादरियों के लिए बनाया गया शारीरिक संबंधों पर प्रतिबंध लाने का नियम अवैध घोषित किया है ।
समलैंगिकता अपराध नहीं, ऐसा विधान ईसाई के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस ने एक भेंटवार्ता (मुलाकात) में कहा है । उन्होंने कैथोलिक बिशप से समलैंगिकों का चर्च में स्वागत करने का आवाहन किया था ।
सर्वसामान्य लोगों के समान नन तथा प्रिस्ट (पादरी) भी ‘ऑनलाईन’ अश्लील (पोर्न) वीडियो देखते हैं । यह एक बुरी आदत है एवं महिलाओं तथा पुरुषों में निश्चित रूप से है, उसी प्रकार पादरी तथा नन में भी वह है, ख्रिस्ति धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इस प्रकार प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया ।
पिल्लई संत घोषित होनेवाले पहले भारतीय हैं। इस समय भारतीय समुदाय ने तिरंगा झंडा लहराकर आनंदाेत्सव मनाया।
केवल क्षमायाचना करने से कुछ नहीं होगा, अपितु उत्तरदायी लोग इस घटना को दुनिया के सामने लाएं ! इनमें जो जीवित हैं, उन्हें दंड हो तथा भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इस हेतु ‘वैटिकन चर्च क्या करनेवाली है?’, यह भी घोषित करे !